ऊटी तमिलनाडु में स्थित हैं। इस हिल स्टेशन को पहाड़ों की रानी के नाम से जाना जाता है। यह सागर तल से करीब 2,623 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां सबसे सर्दियों में मौसम बेहद सबसे बढ़िया होता है। ऊटी में नीलगिरी पर्वतों की लम्बी श्रृंखलाएं हैं। यहां मीलों तक फैली हरियाली, चाय के मनमोहक बागान और चीड़ के पेड़ आपकी कल्पना को को साकार करते है। यहाँ के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में नीलगिरी माउंटेन रेलवे, ऊटी की सबसे ऊंची चोटी (डोडाबेट्टा), लैम्ब्स रॉक, बोटनिकल गार्डन्स, कोडानाडू व्यू पाइंट, अपर भवानी झील, सेंचुरी एवेलां और ऊटी झील है। इसके अतिरिक्त यहां कई खूबसूरत कॉटेज, फेंच्ड फूलों के बगीचे, फूस की छत वाले चर्च और खूबसूरत सड़के हैं।
ऊटी के पर्यटन स्थल
नीलगिरि पर्वत, ऊटी
नीलगिरी पर्वत ऊटी में घूमने के लिए यहाँ के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक हैं। ब्लू माउंटेन के रूप में भी जानी जाने वाली नीलगिरि पहाड़ियाँ समुद्र तल से ऊपर स्थित खूबसूरत पहाड़ी इलाके हैं। यहां कि खास बात ये है कि ये नीले रंग का है और देखने में बेहद ही खूबसूरत है। कहा जाता है की यहां से दुनिया नीली नजर आती है और अलग से ही खूबसूरत लगती है। नीलगिरि पहाड़ियाँ देश के सबसे अच्छे दिखने वाले पहाड़ी क्षेत्रों में से एक हैं। यह आपके लिए के बेस्ट टूरिस्ट प्लेस है, अपनी छुट्टी मनाने के लिए।
डोड्डाबेट्टा चोटी, ऊटी
डोड्डाबेट्टा चोटी ऊटी के खूबसूरत पर्यटन स्थल में से एक है। डोड्डाबेट्टा पीक समुद्र तल से 8,606 फीट की ऊंचाई पर स्थित नीलगिरि पर्वत की सबसे ऊँची चोटी है। डोड्डाबेट्टा चोटी हाइकर्स और ट्रेकर्स के लिए स्वर्ग के समान भी है जहाँ आप अपने फ्रेंड्स या फैमली के साथ इन एक्टिविटीज को एन्जॉय कर सकते है। इस चोटी के खूबसूरत दृश्यों को देखकर मंत्रमुग्ध हो जायेंगे। ऊटी में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। यह तमिलनाडु की सबसे पसंदीदा साइट्स में से एक है जहाँ हर साल हजारों ट्रेकर्स ट्रेकिंग के लिए यहाँ आते है।
मुरुगन मंदिर, ऊटी
ऊटी के सभी पवित्र और दिव्य स्थानों में से एक हिल मुरुगन मंदिर एक ऐसा धार्मिक स्थान है जो दुनिया भर के पर्यटकों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करता है। यह एक हिंदू मंदिर है जिसमें शानदार वास्तुकला के साथ-साथ क्षेत्र के बाहरी हिस्से में भगवान मुरुगन की 40 फीट ऊंची मूर्ति है, जो हर दिन हजारों पर्यटकों को आकर्षित करती है। यहाँ कम भीड़-भाड़ वाले, शांतिपूर्ण स्थानों में से, इस हरे-भरे पहाड़ी ढलान पर मुरुगन मंदिर यहाँ के सबसे अच्छे पर्यटन स्थल में से एक है। यह हिल मंदिर भगवान कार्तिकेय को समर्पित है जिन्हें मुरुगन के नाम से जाना जाता है।
खुलने का समय:- हर दिन सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक
बोटैनिकल गार्डन, ऊटी
बोटैनिकल गार्डन ऊटी के मुख्य पर्यटन स्थल में से एक है। यह जगह ऊटी में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। यह गार्डन 55 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। इस गार्डन को पांच अलग-अलग वर्गों जैसे कि फर्न हाउस, लोअर गार्डन, इटालियन गार्डन, कंजर्वेटरी और नर्सरी में बांटा गया है। यह गार्डन डोड्डाबेट्टा चोटी की निचली ढलान पर स्थित है। इस गार्डन को एक मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करने के लिए खूबसूरती से सजाया गया है। यह भारत के सबसे अच्छे उद्यानों में से एक है और एक बहुत प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण भी है।
समय:- सुबह 7:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक
कामराज सागर झील, ऊटी
कामराज सागर बांध ऊटी के प्रसिद्ध स्थानों में से एक है। कामराज सागर झील एक बांध है और ऊटी के उपनगरीय इलाके में स्थित है। यह जंगलों के बीच काफी दूर स्थित है और इस प्रकार यह एक अद्भुत पिकनिक स्थल है। यहाँ विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियाँ और झाड़ियाँ उपलब्ध हैं हरे-भरे जंगलों से घिरी यह झील एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल है। इस झील के और इसके आसपास के इलाकों में कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। मछली पकड़ने के लिए भी यह एक बेहतरीन जगह है। इस झील का पानी बर्फीला ठंडा है, यह जगह ऊटी के सबसे अच्छे पर्यटन स्थल है।
कलहट्टी झरना, ऊटी
कलहट्टी झरना ऊटी के सबसे खूबसूरत झरनों में से एक है। यह झरना लहरदार पहाड़ियों के बीच मनमोहक दिखता है। यहाँ घूमने के लिए सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। यह झरना वीरभद्रेश्वर मंदिर के सामने चंद्र द्रोण पहाड़ियों से होकर 400 फीट से अधिक की ऊंचाई से गिरता है, जो झरने का सबसे अधिक देखा जाने वाला हिस्सा है। यह झरना पर्यटकों को शांति के साथ कुछ समय बिताने के लिए शांति के साथ एक शांत वातावरण प्रदान करता है। ऐसा माना जाता है कि महान हिंदू संत अगस्त्य कभी यहां रहते थे।
मुकुर्थी नेशनल पार्क, ऊटी
मुकुर्थी नेशनल पार्क ऊटी के लोकप्रिय पर्यटन स्थल में से एक है। यह राष्ट्रीय उद्यान ऊटी के सबसे बड़े गौरव में से एक है। इस स्थल को 2012 से यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है। यह पार्क 80 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ हैं। इस राष्ट्रीय उद्यान में विभिन्न नदियाँ बहती हैं, जो इस स्थान को पर्यटकों के लिए आकर्षण को बढ़ाती हैं। कई जानवरों और पक्षियों को पानी के इन स्रोतों के आसपास देखा जा सकता है। इस उद्यान रॉयल बंगाल टाइगर, सांभर हिरण, नीलगिरि तहर और एशियाई हाथी जैसे कुछ प्रमुख और लुप्तप्राय वन्यजीवों का संरक्षण स्थल है। इस पार्क में सबसे अधिक शोला और रोडोडेंड्रोन के पेड़ है।
खुलने का समय:- सुबह 9.00 बजे से शाम 5.30 बजे तक
व्यस्क पर्यटकों के लिए:- 15 रूपये प्रति व्यक्ति
5 – 12 साल के बच्चो के लिए:- 10 रूपये
रोज गार्डन, ऊटी
रोज गार्डन ऊटी के घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र है, जो 4 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। यह गार्डन 20,000 से अधिक गुलाब की किस्मों के विशाल संग्रह के लिए जाना जाता है, जो इसे भारत के सबसे व्यापक गुलाब उद्यानों में से एक बनाता है। यह ऊटी का रोज़ गार्डन खुशबू और सुंदरता का स्वर्ग है। यह कुछ दुर्लभ और विदेशी गुलाब, जैसे हरे गुलाब, काले गुलाब, नीले गुलाब और इंद्रधनुष गुलाब शामिल हैं। इस जगह की सुंदरता को मंत्रमुग्ध करते हुए बगीचे में टहलने का आनंद ले सकते हैं।
खुलने का समय:- सुबह 7:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक
एंट्री फी:- वयस्कों के लिए 30 रुपये और बच्चों के लिए 15
डाल्फिंस नोज, ऊटी
ऊटी में विभिन्न खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक डॉल्फिंस नोज है। यह अपने नाम की तरह ही रोमांचकारी जगह है, जहां पर आप सुंदर प्राकृतिक दृश्य को देखने का भरपूर आनंद उठा सकते हैं। यह जगह शांति और प्राकृतिक सुंदरता आगंतुकों को शहर के जीवन की हलचल से एक शांतिपूर्ण विश्राम प्रदान करती है। ऊटी में यह लोकप्रिय स्थानों में से एक है। यहां से आपको आसपास के इलाकों का पूरा खूबसूरत दृश्य देखने को मिलता है। इस पहाड़ी का नाम डॉल्फिन की नाक रखा गया है क्योंकि यह डॉल्फिन की नाक से मिलती जुलती है। यह जगह लुभावने दृश्य और जगह की शांत सुंदरता पर्यटकों के लिए प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है। यह समुद्र तल से 358 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहाँ की ठंडी हवा और सुखद वातावरण आपको आराम और तरोताजा कर देता है।
एमरॉल्ड लेक, ऊटी
एमरॉल्ड लेक ऊटी के खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है। इस जगह के आसपास की चाय के बागान झील की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं। यहां से सनसेट और सनराइज देखने में बहुत मजा आता है। यह लेक शांत और भीड़-भाड़ वाली भीड़ से दूर और इसके आसपास का वातावरण बहुत साफ-सुथरा है। यह जगह को पिकनिक स्थल भी माना जाता है। इस झील को मनमोहक प्राकृतिक सौंदर्य और हरे-भरे परिदृश्य को देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते हैं। यह झील मुख्य शहर ऊटी से लगभग 20-22 किमी दूर एमराल्ड विलेज में स्थित है।
ऊटी की अन्य घूमने लायक जगह
इन सबके अलावा भी यहाँ अन्य घूमने की जगह है जहां आप घूम सकते है अगर आपके पास समय हो तो जैसे मोतीझील, हिमस्खलन झील, एमराल्ड लेक, हिरण पार्क, दोदाबेट्टा पीक, कलहट्टी जलप्रपात, कामराज सागर डैम, मदुमलाई नेशनल पार्क, पायकारा झरने, सेंट स्टीफन चर्च, ऊटी स्टोनहाउस, टोडा हट, वैक्स वर्ल्ड सिटी, वैनलॉक डाउंस आदि जगहे है जहां आप घूम सकते है।
ऊटी में शॉपिंग
ऊटी झील के पास लोअर बाजार हैं। आप इस बाजार में ड्रेस मटेरियल, रेडीमेड कपड़े और तरह-तरह की चॉकलेट सहित कई चीजें खरीद सकते हैं। यहाँ चीजे आपको यहां सबसे ज्यादा आकर्षित कर सकती है। ऊटी का तिब्बती बाजार ऊनी कपड़ों की खरीद के लिए महत्वपूर्ण है जो बॉटनिकल गार्डन के पास स्थित है। जहाँ से आप अपनी पसंद की चीजे खरीद सकते है।
ऊटी में रुकने की जगह
ऊटी हिल स्टेशन भारत का प्रमुख हिल्स स्टेशन है। ऊटी में पर्यटकों के ठहरने के लिए कई विकल्प मौजूद हैं। यहां आप एक हजार रुपये प्रति रात से लेकर चालीस हजार रुपये प्रति रात के होटलों में कमरे बुक करा सकते हैं। प्रत्येक होटलों में अलग अलग तरह की सुविधाएं हैं। ऊटी में आप प्रीति क्लासिक टॉवर्स, होटल सिल्वर ओक, बेरी हिल्स रिसॉर्ट, माउंट एन मिस्ट, शेरलॉक ऊटी होम स्टे, विलो हिल, लामंड हाउस होमस्टे सहित विभिन्न प्रकार के सुख सुविधाओं से भरपूर होटलों में रुक सकते हैं। आप अपने बजट के अनुसार होटल को चुन सकते हैं।
ऊटी जाने का उचित समय
ऊटी जाने का बेस्ट समय सितंबर से नवंबर के बीच का महिना होता है। वैसे तो ऊटी की हरियाली और ताजा हवा में सांस लेने के लिए यहां साल भर पर्यटकों के आने का सिलसिला जारी रहता है। लेकिन ऊटी जाने का बेस्ट टाइम सितंबर से नवंबर के बीच है जब यहां का तापमान 15 से 20 डिग्री के बीच रहता है।
ऊटी यात्रा के दौरान ले जाने वाली आवश्यक वस्तुएं
हमेशा सर्दी, खांसी और बुखार से बचने जरूरी दवाओं की एक किट रखें।
बैंड-एड्स और एक एंटीसेप्टिक क्रीम भी साथ ले जाएं।
ऊनी कपड़े जैसे स्वेटर, बॉडी वार्मर, जैकेट, टोपी, मोज़े एवं ग्लव्स ले जाएँ।
पानी और हल्का नाश्ता रास्ते के लिए रखें।
ज़रूरी कागज़ात जैसे की टिकट, आइडेंटिटी प्रूफ, ATM कार्ड और पैसे संभाल के रखें।
ऊटी के प्रसिद्ध स्थानीय भोजन
ऊटी का लोकप्रिय व्यंजन कैमा इडली है, जो एक प्रकार का उबले हुए चावल का केक है। इसे चावल और दाल के मिश्रण से बनाया जाता है और कई तरह की चटनी, सांबर और नारियल की चटनी के साथ परोसा जाता है। कैमा इडली आमतौर पर नाश्ते के रूप में परोसी जाती है। अगर आप ऊटी घूमने आ रहे है इन्हें जरुर चखे। इसके अलावा यहां कबाब कॉर्नर, सिंको चाइनीस रेस्टोरेंट, साइडवॉक कैफे, किंगस्टार कन्फेक्शनरी, चॉकलेट भी फेमस है।
ऊटी कैसे पहुँचे?
चोपता हिल स्टेशन तमिलनाडु राज्य में स्थित है। देश के किसी भी क्षेत्र से ऊटी पहुंचना काफी आसान है। ऊटी के आसपास ही एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड है, जो देश के काफी सारे राज्यों के बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है। ऊटी जाने के लिए आप इनमें से किसी भी एक विकल्प आप सेलेक्ट कर सकते हैं। ऊटी तक पहुंचने का तरीका इस प्रकार है:
ऊटी फ्लाइट से कैसे पहुँचे?
ऊटी का निकटतम एयरपोर्ट कोयम्बटूर एयरपोर्ट है जो ऊटी से लगभग 85 किमी दूर है। यह हिल स्टेशन देश के बाकी हिस्सों से उड़ानों के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से जुड़ा है। एयर इंडिया, इंडिगो और स्पाइसजेट जैसी एयरलाइंस नई दिल्ली, मुंबई, कोझीकोड, बैंगलोर, हैदराबाद और अहमदाबाद से नियमित उड़ानें भरती हैं। इस एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद आप यहां से निजी टैक्सी या बस से द्वारा ऊटी पहुंच सकते हैं।
रेल द्वारा ऊटी कैसे पहुँचे?
ऊटी का निकटतम रेलवे स्टेशन मेट्टुपलयम रेलवे स्टेशनहै जो ऊटी से 40 किमी दूर है। इस स्टेशन पर चेन्नई, कोयम्बटूर, मैसूर और बैंगलोर जैसे आसपास के शहरों से कई ट्रेनें आती हैं। रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद आप यहां से निजी टैक्सी या बस से द्वारा ऊटी पहुंच सकते हैं। मेट्टुपालयम और कुन्नूर भी टॉय ट्रेन द्वारा ऊटी से जुड़े हुए हैं।
सड़क मार्ग से ऊटी कैसे पहुंचे?
ऊटी सड़क मार्ग द्वारा कई दक्षिण भारतीय शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। मैसूर, बेंगलुरु, मदुरै और कन्याकुमारी और केरल के कई शहरों से ऊटी तक नियमित बस सेवाएं हैं। यहाँ से सरकारी औऱ प्राइवेट बसें ऊटी के लिए चलती हैं औऱ आप कुछ घंटों के सफर में ऊटी पहुंच सकते हैं।