Pakistani Girl marriage: पाकिस्तान में विवाह के नियम शरीयत कानून और अन्य धार्मिक कानूनों पर आधारित होते हैं. यहां विदेशी नागरिकों के साथ विवाह के लिए सरकारी स्वीकृति आवश्यक है, और इसमें व्यापक प्रक्रिया शामिल होती है जैसे कि कागजी कार्रवाई और सुरक्षा जांच . धार्मिक नियमों के अनुसार भी मुस्लिम महिला का विवाह एक भारतीय मुस्लिम से हो सकता है बशर्ते धार्मिक नियमों का सख्ती से पालन किया जाए.
वीजा और रुकावट संबंधी चुनौतियां
विदेशी नागरिकों के लिए पाकिस्तान में विवाह करने के बाद वीजा और इमिग्रेशन संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. भारतीय नागरिक को शादी के बाद पाकिस्तानी वीजा और निवास की वैधता के लिए विशेष औपचारिकताएं पूरी करनी होती हैं (Visa procedures for Indian nationals). इसके लिए आवेदक को अपने देश के दूतावास या विदेशी उच्चायोग से मार्गदर्शन लेना जरुरी होता है.
भारतीय कानून के अनुसार विवाह की प्रक्रिया
भारत में अंतरराष्ट्रीय विवाह की प्रक्रिया मुख्यतः भारतीय विवाह अधिनियम, 1955 और विशेष विवाह अधिनियम, 1954 के तहत नियंत्रित होती है. इसमें भारतीय और विदेशी नागरिक एक-दूसरे से विवाह कर सकते हैं, बशर्ते दोनों पक्षों की सहमति हो और सभी कानूनी शर्तों का पालन किया जाए (Indian international marriage regulations). विवाह से पहले विदेशी नागरिक को वैध पासपोर्ट और वीजा संबंधित जरुरी कागजात प्रस्तुत करने होते हैं.