PAN-Aadhaar Deactivation: किसी व्यक्ति के निधन के बाद उसके आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य दस्तावेज केवल संभालकर रखना पर्याप्त नहीं है. एक्सपर्ट्स की सलाह है कि ऐसे में कम से कम आधार और पैन कार्ड को निष्क्रिय जरूर कर देना चाहिए. ताकि उनका दुरुपयोग न हो सके.
पैन कार्ड बंद कराना क्यों जरूरी है?
अगर मृत व्यक्ति का PAN कार्ड एक्टिव बना रहता है, तो कोई भी अपराधी उसके नाम पर बैंक अकाउंट खोल सकता है या लोन ले सकता है, जिससे परिवार को कानूनी परेशानी हो सकती है. इसलिए इसे ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों तरीकों से कैंसल करवाया जा सकता है.
पैन कार्ड कैंसिल करने की ऑफलाइन प्रक्रिया
- एक आवेदन पत्र लिखें, जिसमें मृतक का पूरा नाम, मृत्यु की तारीख, और संबंधी का विवरण हो.
- कारण में “मृत्यु के बाद पैन निष्क्रिय करने” का उल्लेख करें.
- डेथ सर्टिफिकेट और पहचान प्रमाण साथ संलग्न करें.
- इसे संबंधित इनकम टैक्स AO (Assessing Officer) को जमा कराएं. AO की जानकारी ई-फाइलिंग वेबसाइट पर मिल जाती है.
पैन कार्ड ऑनलाइन बंद करने का तरीका
- NSDL की वेबसाइट पर जाएं.
- Form 49A भरें और Correction विकल्प चुनें.
- वहां PAN कैंसिलेशन का अनुरोध दर्ज करें.
- आवश्यक डॉक्युमेंट्स नजदीकी NSDL PAN सर्विस सेंटर में जमा करें.
- प्रक्रिया पूर्ण होते ही PAN निष्क्रिय हो जाएगा.
आधार कार्ड को कैसे करें निष्क्रिय या सुरक्षित?
फिलहाल UIDAI द्वारा आधार को पूरी तरह कैंसल करने की सुविधा नहीं दी गई है. लेकिन आप मृतक का बायोमेट्रिक डेटा लॉक करवा सकते हैं. ताकि उसका दुरुपयोग न हो सके.
SMS से बायोमेट्रिक लॉक करने का तरीका
- मृतक के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 1947 पर SMS भेजें:
GETOTP <आधार के आखिरी 4 अंक> - प्राप्त OTP के साथ दूसरा SMS करें:
LOCKUID <आधार के आखिरी 4 अंक> <6 अंकों का OTP>
UIDAI वेबसाइट से आधार लॉक करने की प्रक्रिया
- uidai.gov.in या myaadhaar.uidai.gov.in पर जाएं.
- लॉगिन करें और “Lock/Unlock Biometrics” विकल्प चुनें.
- आधार नंबर और OTP डालें.
- “Lock Biometrics” पर क्लिक कर प्रक्रिया पूरी करें.
आधार और पैन को निष्क्रिय करना क्यों जरूरी है?
आज के डिजिटल युग में साइबर अपराध और पहचान की चोरी के मामले तेजी से बढ़े हैं. मृतक व्यक्ति के पहचान दस्तावेजों का उपयोग बैंकिंग धोखाधड़ी, लोन फ्रॉड जैसे अपराधों में किया जा सकता है. समय रहते इन दस्तावेजों को निष्क्रिय करना परिवार को भविष्य की कानूनी परेशानियों से बचा सकता है.