PM आवास योजना: हरियाणा में पीएम आवास योजना-ग्रामीण के तहत गरीब परिवारों के लिए घर बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। सरकार ने इस योजना के तहत पात्र लाभार्थियों के लिए सर्वे शुरू कर दिया है, जिससे जरूरतमंद परिवारों को जल्द ही आवास मिल सकेगा। इस पहल से हजारों परिवारों को पक्का घर मिलने का सपना साकार होगा। नीचे पढ़ें पूरी डिटेल।
प्रधानमंत्री आवास योजना- ग्रामीण के तहत, हरियाणा के नूह जिले में जरूरतमंद गरीब परिवारों को पक्के मकान का लाभ पहुँचाने के लिए सर्वे शुरू हो चुका है। इस योजना का उद्देश्य उन परिवारों की मदद करना है जिनके पास अपना घर नहीं है या जो किसी टूट-फूट वाले मकान में रह रहे हैं, ताकि उन्हें एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन मिल सके। उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि यह योजना उन गरीब परिवारों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी, जिनकी स्थिति में सुधार करना अब सरकार की प्राथमिकता बन चुकी है।
कैसे करें आवेदन? PM आवास योजना
ग्राम सचिव सर्वेयर के रूप में गांव-गांव जाकर पात्र परिवारों की पहचान की जा रही है। इसके अलावा, जो आवेदक स्वयं आवेदन करना चाहते हैं, वे ‘आवास प्लस’ मोबाइल ऐप के माध्यम से भी अपना आवेदन कर सकते हैं। इस प्रक्रिया का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि सभी वास्तविक पात्र परिवारों को बिना किसी झंझट के इस योजना का लाभ मिल सके। प्रशासन ने निर्देश दिए हैं कि सर्वे की पूरी प्रक्रिया 31 मार्च तक निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से पूरी की जाए।
आर्थिक सहायता राशि और किस्तें PM आवास योजना
इस योजना के अंतर्गत मकान निर्माण के लिए कुल 1.38 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। यह राशि तीन किस्तों में वितरित की जाएगी:
- पहली किस्त: 45,000 रुपये
- दूसरी किस्त: 60,000 रुपये
- तीसरी किस्त: 33,000 रुपये
इस सहायता राशि के माध्यम से पात्र परिवारों को स्थायी मकान प्राप्त करने में मदद मिलेगी, जिससे उनका जीवन स्तर सुधरेगा और उन्हें सुरक्षित आवास की सुविधा मिलेगी। अधिक जानकारी के लिए संबंधित ग्राम सचिव से संपर्क किया जा सकता है।
योजना का उद्देश्य और लाभ PM आवास योजना
सरकार का यह लक्ष्य है कि ग्रामीण क्षेत्रों का कोई भी पात्र परिवार इस योजना से वंचित न रहे। जिन परिवारों की आय कमजोर है और जो अपने घर की स्थिति सुधारने में असमर्थ हैं, उन्हें इस योजना के जरिए स्थाई आवास का लाभ मिलेगा। इससे न केवल उनका जीवन स्तर सुधरेगा, बल्कि उन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से भी सशक्त बनाया जा सकेगा।