PMGKAY: प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक विशेष योजना है, जिसका उद्देश्य कोरोना महामारी के दौरान और उसके बाद गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को मुफ्त राशन प्रदान करना है। यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2020 में शुरू की गई थी और इसे समय-समय पर बढ़ाया गया है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों को खाद्यान्न की आपूर्ति सुनिश्चित करना है ताकि उन्हें महामारी और अन्य आर्थिक संकटों के कारण कोई कठिनाई न हो।
मुख्य विशेषताएँ:
1. मुफ्त राशन:
गरीब परिवारों को मुफ्त में 5 किलो अनाज (चावल या गेहूं) प्रति व्यक्ति हर महीने दिया जाता है।
साथ ही, 1 किलो दाल (राजमा, चना, मूंग आदि) भी दिया जाता है।
2. लाभार्थी:
योजना का लाभ उन परिवारों को मिलता है जो राशन कार्ड धारक होते हैं, विशेष रूप से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत आते हैं।
इसमें आधार कार्ड लिंक्ड राशन कार्ड धारक शामिल हैं, और योजना का लाभ गरीब, मजदूर, और अन्य कमजोर वर्गों को मिलता है।
3. कार्यकाल:
यह योजना पहली बार मार्च 2020 में कोरोना संकट के दौरान लागू की गई थी।
योजना का विस्तार कई बार किया गया, और अब यह समय-समय पर लागू होती है, जैसे कि किसी महामारी या प्राकृतिक आपदा के समय।
4. खाद्यान्न का वितरण:
राशन का वितरण लोक वितरण प्रणाली (PDS) के माध्यम से किया जाता है, जो सरकारी उचित दर की दुकानों (ration shops) के जरिए होता है।
5. अन्य लाभ:
इसके साथ ही सरकार ने दूसरी योजनाओं के तहत गरीब परिवारों को मुफ्त गैस सिलेंडर, स्वास्थ्य लाभ, और आर्थिक सहायता भी प्रदान की है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) का लाभ राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत आने वाले निम्नलिखित लोगों को मिलता है:
1. एनएफएसए के तहत लाभार्थी:
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का मुख्य उद्देश्य उन परिवारों को सहायता देना है जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत आते हैं।
इसमें एंटी-घरेलू और प्राथमिकता परिवार (AAY & PHH) के राशन कार्ड धारक शामिल होते हैं।
2. गरीब और कमजोर वर्ग:
इस योजना का लाभ गरीब, मज़दूर, रिक्शा चालक, दिहाड़ी मजदूर, और विभिन्न अन्य कमजोर वर्गों को मिलता है।
यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो रोज़ी-रोटी कमाने के लिए दैनिक मजदूरी पर निर्भर होते हैं।
3. राशन कार्ड धारक:
इस योजना का लाभ केवल राशन कार्ड धारक परिवारों को मिलता है। इन परिवारों को हर महीने 5 किलो अनाज (चावल या गेहूं) और 1 किलो दाल मुफ्त में दिया जाता है।