आजकल किसान खेती के साथ मुर्गी पालन का बिजनेस कर रहे है।मुर्गी पालन एक मुनाफे का सौदा है।मुर्गी पालन में अच्छा लाभ देख गर्मीं क्षेत्र में भी लोकप्रिय हो रहा है।मुर्गी पालन के दौरान मुर्गियों के लिया चारा उपलब्ध करना अपने आप में एक चुनौती है।चारा दिन प्रतिदिन महंगा हो रहा है।चारा उगने की सही जानकारी नहीं होने की वजह से किसान इसे घर पर नहीं ऊगा पाते है।ऐसे में चारा उगाने के लिए कुछ सरल टिप्स है तो आइए जानते है इनके बारे में
यह मोरिंगा है।अगर आप मोरिंगा और मुर्गी पालन का के बारे में जान लेंगे तो तुरंत इसकी खेती शुरू कर देंगे।मोरिंगा की पत्तियों को आप चारे के रूप में प्रयोग कर सकते है।वही मोरिंगा को बेचकर आप अच्छी कमाई कर सकते है।ऐसे में आप मुर्गी पालन और मोरिंगा की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते है।
मोरिंगा की विशेषताए
मोरिंगा के बीज के आरक में रोगाणुरोधी गुण लिपोफिलिक यौगिकों के कारण होते है।ये योगिक साइटोप्लाजिमक झिल्ली से जुड़कर पोल्ट्री में रोगाणुरोधी गतिविधि का प्र्दशन कर सकते है।मोरिंगा के लिफ़ एक्स्ट्रेक्ट और फल में अधिकतर एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव पाए जाते है।ये चीज बॉयलर चिकन के सेहत की स्थति को बेहतर बनाने के लिए जरुरी है।
मुर्गी पालन में मोरिंगा से होने वाले फायदे
मोरिंगा पत्तिया मिल मुर्गियों में शुगर लेवल को संतुलित करता है और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करता है।पोल्ट्री पक्षियों में संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए इसकी पत्तियों का रास निकलकर मौखिक तरीके से दिया जा सकता है।यह स्वस्थ पाचन को बढ़ावा देता है।मोरिंगा ओलिफेरा लिफ़ मिल पोल्ट्री में जहर से शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है।