Rajasthan – आज़ादी के बाद से रेल सुविधा से वंचित राजस्थान के इस जिले को रेल मंत्रालय ने दीपावली पर बड़ी सौगात दी है। मंत्रालय ने फाइनल लोकेशन सर्वे को मंज़ूरी दे दी है। इस लाइन से दिल्ली से मुंबई जाने वाली रेलगाड़ियां के लिए आदिवासी बहुल बांसवाड़ा से होकर एक नया रूट मिलेगा-
आज़ादी के बाद से रेल सुविधा से वंचित बांसवाड़ा जिले को रेल मंत्रालय ने दीपावली पर बड़ी सौगात दी है। मंत्रालय ने दाहोद से बांसवाड़ा के बीच फाइनल लोकेशन सर्वे को मंज़ूरी दे दी है। यह सर्वे मध्यप्रदेश, राजस्थान (Rajasthan) और गुजरात (Gujrat) के आदिवासी क्षेत्र में रेल सुविधाओं के विस्तार के लिए है, जो इस क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
रेल मंत्रालय ने हाल ही में दाहोद-बांसवाड़ा-नीमच नई रेल लाइन की विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) को मंजूरी देने के बाद, अब इसके ‘फाइनल लोकेशन सर्वे’ की स्वीकृति दे दी है। यह कदम आदिवासी बहुल बांसवाड़ा को दाहोद से जोड़ने की कनेक्टिविटी को मज़बूत करेगा। यह रेल लाइन मौजूदा डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम परियोजना (Dungarpur-Banswara-Ratlam Project) के अतिरिक्त है, जिसका मुख्य उद्देश्य आदिवासी क्षेत्रों में रेलवे सुविधा बढ़ाना है। अब दाहोद से बांसवाड़ा तक 100 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाने के लिए अंतिम सर्वे शुरू होगा।
तीन माह का दिया समय-
दाहोद से बांसवाड़ा तक रेल लाइन (Dahod to Banswara railway line) के फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए तीन माह का समय दिया गया है। इसमें रेलवे के सिविल, इलेक्ट्रिक, मैकेनिकल, यातायात, सिग्नल टेलीकाॅम, पर्यावरण आदि विभागों की जिम्मेदारी होगी। रेल लाइन का रूट, स्टेशन स्थल, बिजली सुविधा (Electricity facility) आदि सर्वे पूरा होने के बाद पर्यावरण विभाग की मंजूरी ली जाएगी। इसके बाद अंतिम रिपोर्ट रेलवे बोर्ड (Railway Board) को दी जाएगी। इस सर्वे पर मुहर लगने से गुजरात का दाहोद के बांसवाड़ा होते हुए सीधे मध्यप्रदेश (MP) के नीमच तक की रेल लाइन से जुड़ जाने की संभावना प्रबल हो जाएगी।
दिल्ली-मुंबई के लिए नया रूट-
इस लाइन से दिल्ली से मुंबई जाने वाली रेलगाड़ियां के लिए आदिवासी बहुल बांसवाड़ा से होकर एक नया रूट मिलेगा। यह रूट ताप्ती सेक्शन से मुंबई-दिल्ली मेन रूट को दाहोद से जोड़ने वाला सबसे छोटा रेल मार्ग होगा। इससे मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात के दाहोद, झालोद, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, मंदसौर आदि शहरों को लाभ होगा। यह ताप्ती रेल खंड से दाहोद में उच्च घनत्व नेटवर्क यानी मुंबई-नई दिल्ली मुख्य मार्ग (Mumbai-New Delhi main road) को जोड़ने वाला छोटा मार्ग होगा। इस नए रेल मार्ग से राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
माल ढुलाई की भी संभावना-
बांसवाड़ा जिला अपनी पहाड़ी प्रकृति और खनिज संपदा के लिए प्रसिद्ध है। यहां मैंगनीज अयस्क, डोलोमाइट, चूना पत्थर, सोना, तांबा और क्वार्टजाइट जैसे महत्वपूर्ण खनिज प्रचुर मात्रा में मिलते हैं। खनिजों की इस बड़ी उपलब्धता के कारण, नीमच-बांसवाड़ा-दाहोद के छोटे मार्ग से माल ढुलाई की ज़बरदस्त संभावनाएं हैं। यह रेल मार्ग क्षेत्र के परिवहन और व्यापार को महत्वपूर्ण बढ़ावा देगा, जिससे आर्थिक विकास में तेज़ी आएगी।
