Rajasthan Budget 2025: राजस्थान में बजट 2025 को लेकर लोगों की उम्मीदें काफी ऊंची थीं और भजनलाल सरकार उन पर खरा उतरने की कोशिश करती दिख रही है। वित्त मंत्री दीया कुमारी ने विधानसभा में बजट पेश किया जिस पर पूरे राज्य की नजरें टिकी हुई थीं। इस बजट से आम जनता को क्या कुछ नया मिलेगा इस पर सभी की उत्सुकता बनी हुई थी।
सरकार ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की हैं जो विभिन्न वर्गों को राहत देने और राज्य के विकास को गति देने की दिशा में संकेत कर रही हैं। आम लोगों से लेकर व्यापारी और किसान तक हर किसी को इस बजट से कुछ न कुछ उम्मीद थी और शुरुआती नजरिए से देखा जाए तो सरकार ने कई मोर्चों पर उम्मीदों को पूरा करने का प्रयास किया है।
राजस्थान बजट 2025 में वित्त मंत्री दीया कुमारी ने कई अहम घोषणाएँ की हैं जिनमें इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को प्राथमिकता दी गई है। राज्य में सड़कों और पुलों के उन्नयन के लिए 5,000 करोड़ रुपये से अधिक का बजट निर्धारित किया गया है जिससे यातायात व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाएगा।
राजस्थान सड़क विकास पर होगा खर्चा
इसके अलावा सरकार ने 9 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाने की योजना बनाई है जिनकी कुल लंबाई 2,750 किमी से अधिक होगी। इन परियोजनाओं पर अनुमानित 60,000 करोड़ रुपये की लागत आएगी। खास बात यह है कि ये सड़कें बीओटी (बिल्ड, ऑपरेट, ट्रांसफर) मॉडल पर बनाई जाएंगी जिससे निजी निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा और विकास कार्यों में तेजी आएगी।
राजस्थान बजट 2025 में सड़क विकास पर खास जोर दिया गया है। 6,000 करोड़ रुपये की लागत से 21,000 किमी सड़कें बनाई जाएंगी। हर विधानसभा को 10 करोड़ जबकि मरुस्थलीय क्षेत्रों को 15 करोड़ रुपये मिलेंगे।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 1,600 बसावटों को डामर सड़कों से जोड़ा जाएगा। 5,000 से ज्यादा ग्रामीण कस्बों में अटल प्रगति पथ बनेंगे जिनमें 250 गांवों में 500 करोड़ की लागत से अगले साल काम पूरा होगा।
15 शहरों में बनेंगे रिंग रोड
राजस्थान बजट 2025 में ट्रैफिक सुधार और परिवहन सुविधाओं को लेकर अहम फैसले लिए गए हैं। जयपुर में बीआरटीएस सिस्टम हटाने का निर्णय हुआ है जबकि शहर की सड़कों के विकास के लिए 250 करोड़ रुपये का अलग बजट रखा गया है।
प्रदेश के 15 बड़े शहरों जिनमें बालोतरा, जैसलमेर, झालावाड़ और डूंगरपुर शामिल हैं रिंग रोड बनाए जाएंगे। इसके लिए डीपीआर तैयार करने हेतु 50 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
परिवहन को मजबूत करने के लिए रोडवेज को 500 नई बसें मिलेंगी साथ ही शहरी क्षेत्रों के लिए भी 500 बसों की व्यवस्था की जाएगी। जयपुर मेट्रो के सेकेंड फेज में 12,000 करोड़ रुपये की लागत से सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र से अंबावाड़ी और विद्याधर नगर तक विस्तार किया जाएगा। इसके अलावा जगतपुरा और वैशाली में मेट्रो के लिए सर्वे आदि होगा।