Rajasthan Road Project 2025: राजस्थान में सड़क अवसंरचना को लेकर एक बड़ा कदम उठाया गया है. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने केंद्रीय सड़क अवसंरचना निधि (CRIF) के तहत राज्य की 40 सड़क परियोजनाओं को 1915 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है. इन परियोजनाओं के तहत 20 जिलों की 1001.1 किलोमीटर लंबी सड़कों का चौड़ीकरण और मजबूतीकरण किया जाएगा.
हाईवे निर्माण के लिए भी स्वीकृति
इसके अलावा, प्रदेश में 104.49 किलोमीटर लंबी नई हाईवे परियोजनाओं के लिए भी लगभग 1394 करोड़ रुपए की अतिरिक्त मंजूरी दी गई है. इसमें खासतौर पर नागौर बाईपास (अमरपुरा से गोगेलाव) को चार लेन में बदलने और नागौर नेत्रा सड़क को चौड़ा करने की योजना शामिल है.
20 जिलों की प्रमुख सड़कों को मिलेगा नया जीवन
इस योजना के तहत अजमेर, अलवर, नागौर, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, कोटा, प्रतापगढ़ सहित अन्य जिलों की प्रमुख सड़कों को चुना गया है. इन सड़कों में 31 जिला सड़कें, 8 राज्य राजमार्ग और 1 अन्य जिला सड़क शामिल हैं.
अजमेर जिले की सड़कें होंगी और बेहतर
अजमेर जिले में केरोट से जेतपुरा, एकलसिंगा से गोपालपुरा और अजमेर-राजगढ़ रोड जैसे मार्गों को अपग्रेड किया जाएगा. इनकी कुल लंबाई लगभग 67.5 किलोमीटर है.
अलवर और खैरथल-तिजारा के कई मार्ग होंगे चौड़े
अलवर में रामगढ़, गोविन्दगढ़, विजय मंदिर, गुढ़ा से जयपुर तक के मार्ग शामिल किए गए हैं. वहीं, खैरथल से बिबिरानी और टपूकड़ा से मिलकपुर तक की सड़कों का भी चौड़ीकरण किया जाएगा.
नागौर, बीकानेर और बूंदी में भी होंगे बड़े निर्माण
नागौर जिले में डीडवाना, कुचेरा, झिंटीया और सांजू मार्गों पर कार्य होगा. वहीं बीकानेर की जामसर-दंडोसर और खारदा-राजपुरा जैसी डबल लेन सड़कों को और सुदृढ़ किया जाएगा. बूंदी शहर में फ्लाईओवर का निर्माण प्रस्तावित है.
जयपुर और जोधपुर को मिलेगा बुनियादी ढांचे का बड़ा लाभ
राजधानी जयपुर में सिंवाड़ फाटक से बोराज तक की सड़कों पर काम होगा. जोधपुर जिले में नांदेला की हवेली से लोहावट रोड और उरचियाड़ा-बीसलपुर मार्ग को भी चौड़ा किया जाएगा.
कोटा, टोंक और सिरोही में नई कनेक्टिविटी की उम्मीद
कोटा में कैथून और निमोदा उजाड़ मार्ग, टोंक में बालापुरा-जानकीपुरा मार्ग और सिरोही में माउंट आबू के लिए संपर्क मार्ग को अपग्रेड किया जाएगा.
ब्रिज निर्माण और ROB को भी मिली जगह
जालोर में जसवंतपुरा से सुंधामाता के बीच, और बूंदी शहर में फ्लाईओवर जैसी संरचनाएं विकसित की जाएंगी. चांदमारी रेलवे गुमटी जैसे स्थानों पर ROB (रेल ओवर ब्रिज) का निर्माण भी संभावित है.
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को मिलेगा सीधा फायदा
इस योजना से राज्य के ग्रामीण और शहरी इलाकों में तेज व सुरक्षित यातायात सुनिश्चित होगा. व्यापार, परिवहन और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आने की उम्मीद है.
राज्य सरकार और केंद्र की साझेदारी से विकास को रफ्तार
राज्य की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने इन परियोजनाओं की घोषणा करते हुए कहा कि यह निवेश राज्य की आधारभूत संरचना को मजबूती देगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.