Ramayan Shooting Facts: रामानंद सागर की ‘रामायण’, जिसे भारतीय टेलीविजन के इतिहास का सबसे लोकप्रिय धारावाहिक माना जाता है, ने न केवल दर्शकों के दिलों में गहरी जगह बनाई. बल्कि इसके शूटिंग के दौरान भी कई अद्भुत घटनाएं सामने आईं. 1988 में पहली बार प्रसारित हुए इस धारावाहिक को कोरोना महामारी के दौरान फिर से दिखाया गया और फिर से इसे अपार लोकप्रियता मिली. आज जानिए रामायण के सेट पर हुए वे अद्भुत अनुभव. जिन्होंने इस धारावाहिक को सिर्फ मनोरंजन नहीं. बल्कि आस्था और चमत्कार से जुड़ा अनुभव बना दिया.
भगवान की तरह पूजे गए राम और सीता के कलाकार
रामायण में भगवान राम का किरदार अरुण गोविल और सीता का किरदार दीपिका चिखलिया ने निभाया था. दोनों की छवि इतनी प्रभावशाली बन गई थी कि लोग उन्हें वास्तविक भगवान मानने लगे थे. ग्रामीण क्षेत्रों में शूटिंग के दौरान लोग उन्हें देखकर जमीन पर झुक जाते थे. दीपिका ने बताया कि एक बार एक महिला ने उनके पैर छूकर आशीर्वाद मांगा, जैसे वे साक्षात माता सीता हों. अरुण गोविल की छवि इतनी शक्तिशाली थी कि लोग उन्हें देखकर श्रद्धा से नतमस्तक हो जाते थे.
राम-रावण युद्ध के समय बदला था मौसम का मिजाज
रामायण के सबसे चर्चित दृश्यों में से एक है राम और रावण का युद्ध. इस सीन की शूटिंग के दौरान एक अविश्वसनीय घटना घटी थी. शूटिंग शुरू होने से पहले आसमान साफ था. जैसे ही युद्ध का क्लाइमैक्स शुरू हुआ. अचानक आंधी और बिजली चलने लगी. सेट पर मौजूद लोगों ने महसूस किया जैसे देवता भी युद्ध देख रहे हों. इस घटना को आज भी लोग अलौकिक चमत्कार मानते हैं.
पूजन सीन में सेट बन गया था असली मंदिर जैसा
एक अन्य चौंकाने वाला अनुभव तब हुआ जब राम-सीता के पूजन दृश्य की शूटिंग चल रही थी. जैसे ही कैमरे बंद हुए, लोग अपने-आप मंत्रों का उच्चारण करने लगे. सेट पर उपस्थित सभी लोग पूरी श्रद्धा के साथ शांत और भावविभोर हो गए. ऐसा लग रहा था मानो कोई वास्तविक अनुष्ठान चल रहा हो. यह अनुभव भी दर्शाता है कि कैसे रामायण सिर्फ एक धारावाहिक नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव था.
हनुमान के किरदार में खुद ‘शक्ति’ की अनुभूति
दारा सिंह, जिन्होंने रामायण में हनुमान जी का किरदार निभाया, को लेकर भी कई अद्भुत बातें सामने आईं. कहा जाता है कि शूटिंग के दौरान उनमें असाधारण ऊर्जा रहती थी. कई दृश्य वे बिना रीटेक के पूरी तरह सही कर देते थे. एक सीन में जब उन्हें चट्टान उठानी थी. उन्होंने बिना किसी सहायता के उसे उठाकर सभी को हैरान कर दिया. ‘मेकिंग ऑफ रामायण’ में दिखाया गया है कि इस दौरान सेट पर मौजूद लोग इसे ‘हनुमान जी की कृपा’ मानते थे.
आस्था और भावनाओं से जुड़ा हर दृश्य
रामायण की शूटिंग के दौरान हुए इन चमत्कारी अनुभवों ने दर्शाया कि यह सिर्फ एक धारावाहिक नहीं, बल्कि हर भारतीय के हृदय से जुड़ा धार्मिक प्रतीक बन गया था. शूटिंग के हर सीन में श्रद्धा, संयम और शक्ति का अनोखा संगम था. इस धारावाहिक के माध्यम से कलाकारों ने ईश्वर की छवि को जीवंत कर दिया. रामायण आज भी टेलीविजन इतिहास की सबसे पवित्र प्रस्तुतियों में से एक मानी जाती है.