Ration Card Rules for Uttar Pradesh: राशन कार्ड एक ऐसा डॉक्यूमेंट्स है जिसके गरीबों को कई बड़े लाभ मिल रहे हैं. केंद्र व राज्य सरकारों की ओर से भी राशन कार्डधारकों के लिए अलग-अलग सुविधाएं चलाई जाती रही हैं जिसका जमीनी स्तर पर भी असर देखने को मिल रहा है. अगर आप राशन कार्डधारक हैं तो जरूरी अपडेट को जान लें, नहीं तो परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
यूपी खाद्य विभाग ने राज्य के सभी जिलों में राशन कार्ड के सत्यापन को लेकर विशेष अभियान को चलाने का काम किया है. नए अभियान के तहत अगर आप तय मानकों को पूरा नहीं करने वाले तो राशन कार्ड रद्द हो जाएगा. ऐसे लोगों की जगह पर नए पात्र लोगों के राशन कार्ड बनाने का काम होगा.
राज्य सरकार की तरफ से पात्र गृहस्थी के तहत राशन कार्ड जारी करने का काम करती है. राशन कार्डधारकों को सस्ती कीमत में अनाज का वितरण किया जाता है. आप नीचे जान सकते हैं कि किन परिस्थितियों में लोगों को अनाज का फायदा नहीं मिल सकेगा. इतना ही नहीं कैसे हालात में आपका राशन कार्ड को रद्द कर दिया जाएगा.
जानिए किन लोगों को नहीं मिलेगा राशन कार्ड का लाभ
राशन कार्डधारकों के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं. अगर आप सभी मानकों का पालन नहीं करते हैं तो फिर इस लाभ से वंचित रह जाएंगे. खाद्य विभाग के मुताबिक, जिन परिवारों के पास एक से अधिक हथियारों का लाइसेंस होंगे, ऐसे लोगों का राशन कार्ड रद्द कर दिया जाएगा. जिसके पास यह सब चीजें हैं वो अपात्रों की सूची में शामिल हैं.
इसके अलावा नियमानुसार, आयकर के दायरे में आने वाले, चौपहिया के मालिक, एसी और 5 केवीए या इससे अधिक क्षमता का जनरेटर रखने वालों को राशन कार्ड जारी नहीं किया जा सकता है. इन सब चीजों के बाद भी किसी के पास राशन कार्ड बना हुआ है तो फिर सरकार के नियमों की अनदेखी मानी जाएगी.
इन लोगों का भी कटेगा राशन कार्ड लिस्ट से नाम
देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में जिन लोगों के पास 5 एकड़ से ज्यादा उपजाऊ जमीन हैं, और राशन कार्ड बना हुआ तो अब जल्द ही बाहर कर दिया जाएगा. सरकार ऐसे लोगों का राशन कार्ड जल्द ही रद्द करने जा रही है. इसके साथ ही बुंदेलखंड और सोनभद्र में सिंचित जमीन की सीमा 7.5 एकड़ है.
इसके अलावा शहरी क्षेत्र में रहने वाले ऐसे लोगों को भी राशन कार्ड का लाभ नहीं मिल सकेगा. ऐसे में उनके पास 100 मीटर से अधिक के प्लॉट या उस पर निर्मित मकान होने पर भी राशन कार्ड का फायदा नहीं मिल सकेगा. वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले परिवार की आय सलाना दो लाख रुपये से अधिक है तो वे भी अपात्रों की सूची में आएंगे.
इससे लोगों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा. वहीं, शहरी इलाकों में रहने वाले परिवारों के लिए आय की सीमा 3 लाख रुपये वर्ष तय की गई है. इससे अधिक कमाई करने वालों को भी राशन कार्ड का लाभ नहीं दिया जाएगा.