RBI Cuts Repo Rate: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) मिडिल क्लास को राहत देने के लिए एक और बड़ा कदम उठाने की तैयारी कर रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगले महीने होने वाली मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) की बैठक में RBI cuts repo rate की घोषणा कर सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि आर्थिक विकास को गति देने के लिए रेपो रेट में 0.25% की कटौती की जा सकती है।
RBI क्यों कर सकता है रेपो रेट में कटौती
इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च के अनुसार, भारत की मुद्रास्फीति दर में गिरावट देखी जा रही है। एजेंसी के मुख्य अर्थशास्त्री देवेंद्र कुमार पंत का कहना है कि वित्त वर्ष 2024-25 में हेडलाइन मुद्रास्फीति 4.7% तक गिर सकती है, जिससे आरबीआई के लिए रेपो रेट में कटौती करना आसान हो जाएगा।
इसके अलावा, अमेरिका द्वारा लगाए गए संभावित जवाबी शुल्क भी भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में RBI cuts repo rate के जरिए बाजार में लिक्विडिटी बढ़ाने की कोशिश कर सकता है।
कितनी हो सकती है कटौती
रेटिंग एजेंसी के मुताबिक, फरवरी 2025 में RBI पहले ही रेपो रेट को 0.25% घटाकर 6.25% कर चुका है। आने वाले महीनों में कुल 0.75% तक की कटौती संभव है, जिससे रेपो रेट 5.5% तक आ सकता है।
यदि ऐसा होता है, तो यह 21 तिमाहियों के बाद पहली बार होगा जब खुदरा मुद्रास्फीति 4% से नीचे आ सकती है। इससे होम लोन, कार लोन और अन्य कर्ज सस्ते हो सकते हैं, जिससे आम जनता को सीधा लाभ मिलेगा।
मॉनेटरी पॉलिसी बैठक का शेड्यूल
आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी वित्त वर्ष 2025-26 में कुल 6 बैठकें करेगी। पहली बैठक 7 से 9 अप्रैल 2025 के बीच होने वाली है, जिसमें RBI cuts repo rate पर चर्चा हो सकती है।
RBI का क्या रहेगा फोकस
विशेषज्ञों का मानना है कि RBI का मुख्य लक्ष्य मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखते हुए आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देना रहेगा। फरवरी 2025 की MPC बैठक के ब्योरे से यह साफ हुआ है कि केंद्रीय बैंक धीमी आर्थिक वृद्धि को लेकर सतर्क है और कम ब्याज दरों के जरिए बाजार में स्थिरता बनाए रखना चाहता है।
आम जनता को कैसे मिलेगा फायदा
अगर RBI cuts repo rate, तो बैंक भी ब्याज दरों में कटौती करेंगे। इससे:
- होम लोन और कार लोन सस्ते होंगे
- बिजनेस लोन पर ब्याज दरें कम होंगी, जिससे छोटे व्यापारियों को राहत मिलेगी
- ईएमआई पर कम ब्याज देना होगा, जिससे लोगों की बचत बढ़ेगी
क्या आगे और कटौती संभव है
इंडिया रेटिंग्स के अनुसार, RBI वित्त वर्ष 2025-26 में तीन बार रेपो रेट में कटौती कर सकता है, जिससे कुल मिलाकर 1% तक की कमी हो सकती है। अगर ऐसा होता है, तो आम जनता और निवेशकों को लंबे समय तक राहत मिल सकती है।
अब सबकी नजरें 7-9 अप्रैल की बैठक पर टिकी हैं, जहां RBI cuts repo rate की औपचारिक घोषणा कर सकता है।