Retirement Age Hike: भारत में रिटायरमेंट आयु एक महत्वपूर्ण विषय है जिस पर समय-समय पर बहस होती रहती है. वर्तमान में यह आयु सरकारी कर्मचारियों के लिए 60 वर्ष तय की गई है जबकि निजी क्षेत्र में यह 58 से 60 वर्ष के बीच रहती है. आज के दौर में जहाँ जीवन प्रत्याशा बढ़ी है और लोग अधिक स्वस्थ रहने लगे हैं वहां रिटायरमेंट आयु में बढ़ोतरी की मांग उठना जरूरी है.
रिटायरमेंट आयु बढ़ोतरी के प्रस्ताव
हाल ही में यह प्रस्तावित किया गया है कि केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु को 62 वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है. यह प्रस्ताव विचाराधीन है और इसे लेकर विभिन्न स्तरों पर चर्चाएं चल रही हैं.
रिटायरमेंट आयु बढ़ोतरी के कारण
- जीवन प्रत्याशा में बढ़ोतरी (Increased Life Expectancy): भारत में जीवन प्रत्याशा में बढ़ोतरी हुई है जिससे लोग अधिक समय तक सक्रिय रह सकते हैं.
- आर्थिक दबाव (Economic Pressure): महंगाई के इस दौर में वित्तीय सुरक्षा बढ़ाने के लिए लंबे समय तक काम करना जरूरी हो गया है.
- कौशल का उपयोग (Utilization of Skills): वरिष्ठ कर्मचारी अपने अनुभव और कौशल का उपयोग कर युवा पीढ़ी को मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं.
रिटायरमेंट आयु बढ़ोतरी के लाभ
- आर्थिक सुरक्षा (Financial Security): अधिक समय तक काम करने से व्यक्तिगत आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.
- सामाजिक योगदान (Social Contribution): वरिष्ठ नागरिकों का समाज में योगदान उनके सक्रिय रहने से बढ़ता है.
- अनुभव का उपयोग (Experience Utilization): कंपनियां वरिष्ठ कर्मचारियों के अनुभव से लाभ उठा सकती हैं.