सागवान की खेती से किसान बन सकते है करोड़पति ,जानिए खेती करने का तरीका

सागवान की लकड़ी की गिनती सबसे मजबूत और महंगी लकड़ियों में होती है इससे फर्नीचर प्लाइवुड तैयार किया जाता है इसके अलावा सागवान का इस्तेमाल दवा बनाने में भी किया जाता है काफी समय तक टिकने की क्षमता होने के कारण इसकी मांग मार्केट में बनी रहती है
सागवान के पौधे को 8 से 10 फ़ीट की दुरी पर लगाया जा सकता है इसे में अगर किसी किसान के पास 1 एकड़ खेत है तो वो उसमें करीब 500 सागवान के पौधे लगा सकता है सागवान के लिए 15 डिग्री सेल्सियस से लेकर 40 डिग्री सेल्सियस का तापमान अनुकूल माना जाता है
सागवान की खेती के लिए सबसे पहले खेत की जुताई करें और उसमें से खरपतवार और कंकड़ पत्थर निकाल लें इसके बाद दो बार और जुताई करके खेत की मिटटी को बराबर कर लें इसके बाद एक निश्चित दुरी पर गड्ढा खोदकर इसमें खाद मिला दें इसके बाद इसमें पौधा लगाएं इसकी मिटटी का PH मान 6.5 से 7.5 बीच होना चाहिए
सागवान की बुवाई के लिए मॉनसून से पहले का समय अनुकूल माना जाता है इस मौसम में पौधा लगाने से वो तेजी से बढ़ता है शुरूआती वर्षों में साफ़ -सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है पहले साल में 3 बार दूसरे साल में 2 बार और तीसरे साल में 1 बार अच्छे से सफाई की जरूरत है सफाई के दौरान खरपतवार को पूरी तरह से खेत से बाहर करना होता है
सागवान के पत्तों में कड़वाहट और चिकनाहट होती है यही कारण है की इसे जानवर खाना पसंद नहीं करते है साथ ही अगर पेड़ की देखभाल ठीक से की जाए तो इसमें कोई बीमारी भी नहीं लगती है
12 साल बाद समय के अनुसार यह पेड़ मोटा हो जाता है जिससे पेड़ की कीमत भी बढ़ती चली जाती है साथ ही किसान एक ही पेड़ से कई सालों तक मुनाफा कमा सकते है सागवान का पेड़ एक बार काटे जाने के बाद फिर से बड़ा होता है यह पेड़ 100 से 150 फुट ऊंचे होते है सागवान के पेड़ से किसान करोड़ों की कमाई कर सकते है