Fasal Bima yojna : केंद्र सरकार की इस योजन के तहत अमेरिका से आगे निकला भारत ! अब किसानो को मिली राहत

 
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बाढ़ बारिश और सूखा किसानो की फसलों को बर्बाद कर देते है।इस साल खरीफ सीजन में आपदाओं ने किसानो की हालत पतली कर दी।  फसल बर्बाद होने पर किसान उम्मीद भरी नजरो से केंद्र और राज्य सरकार की और देखते है।केंद्र सरकार भी किसानो को निराश नहीं करती है और हर संभव मदद करती है।पीएम फसल बिमा योजना किसानो के लिए बेहद मददगार साबित हुई है।फसल बिमा भुगतान को लेकर एक जानकारी सामने आयी है। इसमें भारत की स्थिति काफी मजबूत पायी गयी है। also readसरकार की इस स्कीम के जरिए किसानों को मिल रही 50 % तक की सब्सिडी, आप इस तरह से उठा सकते है लाभ

बिमा क्लेम रेट में कनाडा,इटली के बाद भारत 

खबरों के अनुसार एग्रीकल्चर इंशोरेंस के प्रमुख ने स्टडी की,स्टडी में बिमा क्लेम से जुड़े कुछ ऐसे ही फेक्ट की जानकारी मिली।स्टडी में सामने आय की औसत बिमा क्लेम दर में भारत का नंबर कनाडा और इटली के बाद आता है।जबकि चीन,अमेरिका काफी निचे है।कनाडा में बिमा क्लेम दर 99 प्रतिशत,इटली में 90 प्रतिशत,भारत में यह 83 प्रतिशतः है।वही तुर्की का फसल बिमा क्लेम रेट 55 प्रतिशत और चीन का 59 परतिशतः है। 

फसल बिमा भुगतान में भारत मजबूत 

एक स्टडी के अनुसार फसल बिमा भुगतान में भी भारत अमेरिका और चीन से आगे है। चीन अमेरिका और भारत दुनिया के फसल बिमा प्रीमियम का 70 प्रतिशत पेमेंट करते है।कनाडा और अमेरिका में बिमा कंपनियों को चलाने और प्रतिबंध करने की जो भी लागत आती है। उसका पेमेंट गवर्मेंट करती है।भारत में 2016 में प्रधानमंत्री फसल बिमा योजना में मौजूद क्लेम सब्सिडी आधारित मॉडल बदल दिया है। 

ये रही बिमा भुगतान की स्थिति 

राज्यों में बिमा भुगतान की स्थिति मजबूत बानी हुई है।छत्तीसगढ़,हरियाणा,कर्नाटक,झारखंड,मध्यप्रदेश,ओडिशा,तेलगाना में क्लेम रेट 100 प्रतिशत से ज्यादा बना हुआ है।वही 2016 और 2018 के बिच तमिलनाडु में सूखा पड़ने पर 8,397 करोड़ रूपये का क्लेम किया गया। यह 4,085 करोड़ रूपये के सकल प्रीमियम के 200 प्रतिशत से ज्याद रहा। महाराष्ट में वर्ष 2019 में किसानो को भारी वर्षा से नुकसान हुआ। किसानो को 4,500 करोड़ रूपये का मुआवजा दिया गया।