Saffron Farming: केसर की खेती कब और कैसे करें ,जानिए पूरी डिटेल

 
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देश में कई जगहों में केसर की खेती की शुरुआत हुई है केसर की खेती से किसानों को बहुत फायदा होता है मार्केट्स में केसर की खेती की कीमत लाखों में होती है इसलिए केसर को लाल सोना भी कहा जाता है इंडिया में इसकी सबसे ज्यादा खेती कश्मीर में की जाती है केसर की खेती करना आसान और सरल होती है 

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केसर की खेती के लिए मिटटी 

केसर की खेती का फसल चक्र 3 से 4  महीने का होता है और यह 15 से 20 सेमी की ऊंचाई तक पहुंच सकता है केसर की खेती के लिए अच्छी खासी धुप की जरूरत होती है ठंड और गीले मौसम में इसकी फसलों को नुकसान हो सकता है यही कारण है की गर्म मौसम वाली जगहों पर इसकी खेती बेहतर मानी जाती है इसकी खेती के लिए बजरी दोमट और रेतीली मिटटी का इस्तेमाल किया जाता है केसर की खेती के लिए मिटटी का PH मन 6 से 8 होना चाहिए 

KESAR

किस मौसम में करनी चाहिए केसर की खेती 

इंडिया में केसर मुख्य रूप से जून और जुलाई के महीनों में उगाया है कुछ इलाकों में अगस्त और सितंबर के बीच भी इसकी खेती की जाती है अक्टूबर के महीने में इसकी फसल फलना शुरू होती है केसर को गर्मियों में भी भीषण गर्मी और सर्दियों के मौसम में अत्यधिक ठंड की जरुरी होती है  केसर की खेती बर्फीले प्रदेशों में अधिक होती है केसर के पौधों के अंकुरण और बढ़वार के लिए 20 डिग्री के तापमान की जरुरी होती है इसी तरह फूल निकलने के लिए 10 से 20 डिग्री का तापमान सबसे सही होता है 

इंडिया के इन राज्यों में होती है केसर की खेती 

जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश  केसर के दो महत्वपूर्ण उत्पादक राज्य है हालांकि अब किसान केसर को UP और राजस्थान जैसे राज्यों में भी कर रहे है