Scheme : अब मसालों की खेती से किसानो को होगा मुनाफा,मिलगे सब्सिडी,बस ऐसे करे आवेदन

खेती की लागत को कम करके किसानो की आमदनी बढ़ाने के लिए बागवानी को बढ़ावा दिया जा रहा है।इस काम में किसानो को आर्थिक सहायता और विशेष मदद देने के लिए सरकार ने कई योजनाए चलाई है।राज्य सरकार अपने स्तर पर सब्सिडी योजनाए चला रही है।इसी कड़ी में मध्य प्रदेश सरकार भी आगे आयी है।राज्य में मसाला क्षेत्र विस्तार योजना के तहत मसालों की खेत के लिए 70 % तक सब्सिडी यानी 14,000 रूपये तक का अनुदान दे रही है।मसाले का इस्तेमाल खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। इससे खाने का स्वाद और बढ़ जाता है। तो चलिए जानते है इस योजना का फायदा लेकर किसान किन मसालों की खेती कर सकते है और कैसे इस योजना में आवेदन करना कर है।
मध्य प्रदेश उद्यानिकी विभाग ने कुछ चुनिदा मसालों की खेती,क्षेत्र विस्तार और उत्पादन बढ़ाने के लिए मसाला क्षेत्र विस्तार योजना शुरू की है। इस योजन के तहत बीज वाली मसाला फसलों की खेती के लिए किसानो को अनुदान देने के फैसला किया है।इस स्किम में मसालों के बीज और प्लास्टिक केट्स की लागत ओर सामान्य वर्ग के किसानो 50 % सब्सिडी यानी अधिकतम 10,000 रूपये हेक्टेयर का अनुदान दिया जा रहा है। इसमें अनुसूचति जनजाति वर्ग के किसानो को मसालों की खेती पर 70 % तक अनुदान यानी 14,000 रूपये प्रति हेक्टेयर की दर दे सब्सिडी दी जाएगी।
ये मसाला क्षेत्र विस्तार योजना मध्य प्रदेश में लागु है,लेकिन इस बार 15 जिलों के एससी एसटी वर्ग के किसानो को प्राथमिकता से शामिल किया गया है।इन जिलों में ग्वालीर,निवाड़ी,शहडोल,अनूपपुर,शिवपुरी ,भिंडी,मुरैना,श्योपुर,कटनी बालाघाट गुना शामिल है।यहाँ के किसान बीज वाली मसाला फसल और कंद प्रकंद वाली हल्दी और अदरक जैसी फसलों की खेती पर आर्थिक सहायता के लिए आवेदन कर सकते है।