वकालत छोड़ शुरू की आलू की खेती ,PM मोदी से मिला अवॉर्ड ,हो रही है लाखों की कमाई

अगर किसी भी काम को मन लगाकर तल्लीनता से किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है ऐसा ही कुछ कानपूर के किसान भवंरपाल सिंह ने दिखाया है आज भंवरपाल सिंह खुद के उगाए हुए आलू देश के अन्य प्रदेशों में बड़े स्तर पर निर्यात करते है और शानदार कमाई करते है
कानपूर जिले के सरसौल ब्लॉक के महुवा गांव के रहने वाले भंवरपाल सिंह ने इलाहाबाद हाईकोर्ट से वकालत छोड़ खेती की शुरुआत की थी वह वर्ष 2000 में माता -पिता की मृत्यु के बाद से गांव वापस आ गए और खेती करना शुरू कर दिया
भंवरपाल सिंह का कहना है की आलू की मांग काफी ज्यादा होने के कारण वो अपनी खुद की 22 एकड़ जमीन के साथ -साथ 100 एकड़ जमीन ठेके पर लेकर के आलू उगाते है एक एकड़ में पैदावार की बात करें तो 400 से 500 क्विंटल की उपक होती है प्रति हेक्टेयर वह 1 से डेढ़ लाख का लाभ कमा लेते है इस तरह वह सालाना 1 करोड़ तक की आय आलू की खेती से कमा लेते है
भंवरपाल सिंह कई अवॉर्ड्स से भी सम्मानित किए जा चुके है गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए PM मोदी ने भंवरपाल सिंह को वर्ष 2013 में गुजरात वैश्विक कृषि से में सम्मानित किया था वर्ष 2020 में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर गोबल पोटेटो कॉन्क्लेव गांधी नगर गुजरात में सर्वश्रेष्ठ आलू उत्पादन के लिए भी उन्हें अवॉर्ड दे चुके है भंवरपाल सिंह आलू के बीज उत्पादक के नाम से पुरे UP भर में जाने जाते है वह अपने आलू के बीज को कई राज्यों में निर्यात करते है फिहाल वह अपने फार्म पर कुफरी चंद्रमुखी कुफरी ज्योति कुफरी बहार कुफरी पुखराज कुफरी चिप्सोना कुफरी फ्राई सोना कुफरी आनंदो कुफरी अरुण सहित विभिन्न वेरायटी के आलू बोते है