सिर्फ 2 महीने में बन जाएंगे लखपति ,इस फसल की खेती कर करें बंपर कमाई

 
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इंडिया में लगभग 55 से 60 % आबादी खेती -किसानी पर निर्भर है यहां के ज्यादातर किसान पारंपरिक फसलों की ही खेती करते है लेकिन अब किसान धीरे -धीरे किसान नई तरह की बंपर कमाई देने वाली फसलों की तरह तेजी से रुख कर रहे हैं शकरकंद भी कुछ इसी तरह की फसल है कई राज्यों में इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है 

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शकरकंद की खेती बलुई दोमट मिटटी सबसे उपयुक्त   है कठोर पथरीली और जल भराव वाली जमीनों पर इसकी खेती करना काफी नुकसानदायक होता है ध्यान रखना चाहिए की जिस खेत में शकरकंद की खेती की जा रही है उसका PH मान  5.8 से 6.8 के बीच होना चाहिए 
शकरकंद की खेती तीनों मौसम में की जा सकती है लेकिन बरसात में इसकी खेती करना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है इस मौसम में शकरकंद के पौधे अच्छी तरह विकास करते है पौधों की वृद्धि के लिए 25 से 34 डिग्री तक का तापमान सबसे बेहतर होता है 

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शकरकंद की बेल की रोपाई  नर्सरी में की जाती है यह पौधा एक महीने पहले ही तैयार कर लिया जाता हए इसके लिए  नर्सरी में बीजों को लगाकर उसकी बेल को तैयार कर लिया जाता है फिर खेतों में इसकी रोपाई की जाती है 
रोपाई के 120 से 130 दिनों में ही इसके पौधे तैयार हो जाते है जब इसके पौधों पर लगी पत्तियां पिले रंग की दिखाई देने लगें उस समय इसके कंदों की खुदाई कर ली जाती है अगर एक हेक्टेयर शकरकंद की खेती करते है तो 25 टन तक की पैदावार हासिल कर सकते है मार्किट में इसे 10 रूपये किलो भी बेचेंगे तो तो भी आराम से सवा लाख रूपये का फायदा हासिल कर पाएंगे