शिमला मिर्च की इन 5 किस्मों से होगी बंफर कमाई,जानिए इसकी विशेषता और फायदा

हमारे देश में विभिन्न प्रकार की सब्जियां बोई जाती है। इन सब्जियों में शिमला मिर्च का महत्वपूर्ण स्थान है। शिमला मिर्च में विटामिन सी विटामिन ए ,आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम आदि पोषक तत्व अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। शिमला मिर्च को सेहत के लिए फायदेमंद मानते हुए भी बाजार में इसकी मांग बढ़ रही है। शिमला मिर्च की बढ़ती हुई मांग को देखते हुए किसानों के लिए यह मुनाफे का सौदा साबित हो रही है। वहीं रंगीन शिमला मिर्च की मांग ज्यादा होने से इसकी बाजार में भी मांग बढ़ रही है। इसकी वेबसाइट खेती कर के किसान अच्छा लाभ कमा रहे हैं। भारत में शिमला मिर्च की खेती लगभग 4780 एक्टर में की जाती है। अब वार्षिक उत्पादन 42230 टन प्रति वर्ष तक प्राप्त होता है। किसान भाई शिमला मिर्च की उन्नत किस्मों की खेती करके अच्छा लाभ कमा सकते हैं। आज हम आपको इस पोस्ट के जरिए शिमला मिर्च की पांच उन्नत किस्म के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
भारत में इन राज्यों में बोई जाती है शिमला मिर्च
भारत में शिमला मिर्च की खेती करने वाले राज्यों में हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, झारखंड, उत्तरप्रदेश आदि है। इन राज्यों में शिमला मिर्च की खेती सफलतापूर्वक की जाती है। इसके अलावा किसान अब पूरे भारत में इसकी खेती करने लगे हैं। इसकी सबसे ज्यादा मांग होटलों में होती है। जहां इसका प्रयोग सलाद के रूप में किया जाता है।
शिमला मिर्च का चुनाव करते समय ध्यान रखें यह बात
पॉलीहाउस में शिमला मिर्च की खेती करने वाले किसानों को हमेशा ऐसी किस्म की खेती करनी चाहिए जो ज्यादा बिकती है। वर्तमान समय में लाल और पीली इनके अतिरिक्त बैंगनी स्त्री और भूरे रंग की शिमला मिर्च की किस्में भी बाजार में उपलब्ध है। पॉलीहाउस के अंदर हमेशा शिमला मिर्च की संकर किस्मों को ही बोया जाता है। शिमला मिर्च की किस्मों का चयन मौसम के अनुसार करना चाहिए।
कितने प्रकार की होती है शिमला मिर्च
शिमला मिर्च विभिन्न प्रकार की होती है जैसे लाल शिमल मिर्च, पीली शिमला मिर्च, बैंगनी शिमला मिर्च, नारंगी और हरी और लाल शिमला मिर्च
शिमला मिर्च की उन्नत किस्में
शिमला मिर्च मुख्य तौर से तीन प्रकार की हरी, लाल और पीले रंग की होती है। अगर आप भी शिमला मिर्च की खेती करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको कुछ इसके बारे में जानकारी होना जरूरी है। अब हम शिमला मिर्च की अधिक पैदावार देने वाली किस्में शिमला मिर्च की जानकरी दे रहे हैं।
इंद्रा
यह संकर किस्मों में शामिल है शिमला मिर्च की इस किस्म के पौधे मध्यम ऊंचाई के होते हैं। इस किस्म की मिर्च मोटी व गुद्दे वाली होती है। प्रत्येक मिर्च का वजन 100 से डेढ़ सौ ग्राम तक का होता है। इस मिर्च को 1 एकड़ भूमि में खेती करने से 110 क्विंटल तक की पैदावार प्राप्त की जा सकती है।
ओरेबेल शिमला मिर्च
मिर्च की खेती मुख्य तो ठंड के मौसम में होती है। इस किस्म की खेती ग्रीन हाउस के साथ-साथ खुले हुए इसमें भी सफलतापूर्वक की जा सकती है। इस जिसमें कि मृतक ने के बाद पीले रंग की हो जाती है। प्रत्येक मिर्च का वजन करीब 130 से डेढ़ सौ ग्राम तक का होता है। यह किसने कई रंगों के लिए प्रतिरोधी होती हैं।
पूसा दीप्ति शिमला मिर्च
पूसा दीप्ति शिमला मिर्च हाइब्रिड किस्में की शिमला मिर्च है इस पॉइंट्स का पौधा दिखने में मध्यम आकार का झाड़ीनुमा होता है। इस किस्म की शिमला मिर्च हरे रंग की होती है जो पकने के बाद क्या रे लाल रंग की हो जाती है। पौधे की रोपाई के 70 से 75 दिनों के बाद में चिपकने लगती है एवं चौड़ाई के लिए भी तैयार हो जाती है। इन शिमला मिर्च की किस्मों के अलावा हमारे देश में शिमला मिर्च की अन्य किसी भी बड़े पैमाने पर वही जाती है। जिनमें भारत ग्रीन गोल्ड सोलन हाइब्रिड येलो वंडर कार वंडर का गौरव का मोहिनी हरी रानी किंग ऑफ नार्थ आदि शामिल है। also read : अगर पशु दूध कम देता है तो,गाय भेस,के संतुलित आहार निर्धारण से बढ़ाए दूध की मात्रा