गेंहू की कटाई में ये आधुनिक उपकरण है काफी फायदेमन्द, समय और पैसे की करे बचत

 
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भारत में रबी सीजन की फसलों की कटाई शुरू हो चुकी है। किसान रबी फसलों को बेहतर उत्पादन के लिए तेजी से प्रबंधन कार्य में जुट गए हैं। जल्दी गेहूं की कटाई का काम भी चालू हो जाएगा। गेहूं की कटाई में समय लागत और मेहनत बचाने के लिए कृषि उपकरणों के इस्तेमाल की सलाह दी जा रही है। आजकल कृषि में आधुनिक तरीकों को अपनाने पर सरकार जोर दे रही है ताकि फसल के उत्पादन लागत को कम करके अधिक उत्पादन के लक्ष्य को हासिल किया जा सक। किसानों को मशीनों  मशीनों का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र व राज्य सरकारें इन मशीनों को खरीदने के लिए सब्सिडी भी प्रदान कर रही है। फसलों की कटाई में आधुनिक मशीनों का उपयोग करने से श्रम और लागत दोनों को कम किया जा सकता है.और इससे अच्छा लाभ कमाया जा सकता हैं। सरकार और किसान यही चाहते है। ऐसे में आज हम आपको इसलिए पोस्ट के माध्यम से आधुनिक कृषि यंत्र से जुड़ी हुई कुछ जानकारियां देने जा रहे हैं। 

कृषि यंत्रों की मदद से समय पर होगी फसलों की कटाई
परंपरागत तौर से फसलों की कटाई हंसिए से की जाती है हंसिए की मदद से फसल कटाई का कार्य करने पर अधिक मजदूरों की आवश्यकता पड़ती है और समय भी अधिक लगता है जिससे मजदूरी भी अधिक आती है। हंसिए से फसल की कटाई करने में लागत बढ़ जाती है यदि हंसिया की जगह आधुनिक यंत्रों से फसल की कटाई की जाए तो श्रम व पैसा दोनों की बचत हो सकती है। आज के समय में फसलों की कटाई करने से उपयोग होने वाले टॉप कृषि यंत्रो के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं तो चलिए जानते हैं। 

टैक्टर चलित रिपर बाइंडर मशीन 
ट्रैक्टर से चलने वाली गेहूं कटाई एवं बधाई मशीन किसानों के लिए बहुत ही फायदेमंद है। इस मशीन से कटर बार से पौधे कटने के बाद बंडल में बंध जाते हैं तथा उन्हें संचरण प्रणाली द्वारा एक ओर गिरा दिया जाता है। इस मशीन द्वारा कटाई एवं बंधाई का कार्य बहुत ही आसानी से होता है। इसीलिए किसानों के बीच इस मशीन की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। 

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स्वचालित वर्टिकल कनवेयर रीपर मशीन 
छोटे और मध्यम श्रेणी के किसानों के ली ये मशन काफी ज्यादा फायदेमंद होती है। इसमें आगे की ओर एक कटर बार लगी होती है तथा इसके पीछे संचरण प्रणाली लगी होती है। इस रीपर मशीन में 5 हॉर्स पावर का एक डीजल इंजन लगा होता है जो इसके पहियों तथा कटर बार को शक्ति प्रदान करने का कार्य करता है। गेहूं की कटाई के लिए इस मशीन की कटर बार को आगे रखकर इसके हैंडिल से पकड़ कर किसान को मशीन को पीछे से चलना होता है। कटर बार गेहूं के पौधों को काटती है तथा संचरण प्रणाली की मदद से पौधे को एक लाइन में बिछा दिया जाता है। इसके बाद मजदूरों द्वारा उनको इकट्ठा कर लिया जाता है।

ट्रैक्टर चलित रीपर मशीन
ट्रैक्टर से चलने वाली रीपर मशीन में कटर बार-बार संचरण प्रणाली संचालित वर्टिकल कन्वे रीपर मशीन की तरह होती है लेकिन इस मशीन को ट्रैक्टर की सहायता से चलाया जाता है कटहल और शक्ति संचरण का कार्य ट्रैक्टर की वीडियो की मदद से चलाया जाता है इसकी कटर बार संचालित वर्टिकल करने की हर बार से अधिक लंबी होती है इस मशीन से भी गेहूं के पौधे को काटकर संचरण प्रणाली द्वारा एक और लाइन में बिछा दिया जाता है.

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स्वचालित रीपर बाइंडर मशीन
स्वचालित रीपर बाइंडर मशीन में गेहूं कटाई के साथ-साथ उनको फूलों में बांधने का कार्य भी किया जाता है। एक तरह से स्वचालित रीपर बाइंडर मशीन को संचालित वर्टिकल कन्वेयर रीपर का अधिक विकसित रूप कहा जाता है। इस मशीन में ना केवल पौधों को फूलों में बांधने हेतु इकाई भी लगी होती है साथ ही इस मशीन में किसानों के बैठने हेतु व्यवस्था होती है। जिससे फसल कटाई का कार्य आसानी से किया जा सके इसके साथ ही इसमें से किसानों के बैठने के लिए भी व्यवस्था होती है। इस मशीन की मदद से पहले पौधे को काट कर बांधने की इकाई द्वारा फूलों में बंध जाते हैं तथा कट्टर बार एवं बैठने की सीट के पीछे खेत में गिरा दिए जाते हैं। इन मंडल को बाद में एकत्रित कर लिया जाता है। इस मशीन में तीन पहिए होते हैं और ये चार पहियों वाली मशीन भी बाजार में उपलब्ध हो गई है। also read : 
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कंबाइन हार्वेस्टर मशीन
इस मशीन की मदद से गेहूं की कटाई के साथ-साथ उनकी गुहाई का काम भी हो जाता है और हमें साफ दाना प्राप्त हो जाता है। बाजार में दो प्रकार के कंबाइन हार्वेस्टर मशीन उपलब्ध है। पहला स्वचालित व दूसरा ट्रैक्टर से चलने वाले। ये दोनों ही कंबाइन हार्वेस्टर मशीन किसानों के लिए काफी उपयोगी है। इन कंबाइन हार्वेस्टर मशीनों में सबसे आगे 2 से 6 मीटर लंबे कटर बार लगे होते हैं। कटर बार के आगे लगे चाकू से फसल काटता है। इसके बाद फसल को कन्वेयर बेल्ट के जरिए रेसिंग यूनिट में पहुंचाया जाता है। यहां पर फसल के दाने ड्रेसिंग ड्रम और कंक्रीट क्लीयरेंस से रगड़ने पर अलग हो जाते हैं। साथ ही इसमें लगी छलनी की मदद से अनाज साफ हो जाता है और ब्लोवर से पैरा अलग हो जाता है।