बिना खाद - पानी के उगता है ये छोटा अनाज,किसानो को होता है बेहद मुनाफा,जानिए इसके बारे में

मृदा और कृषि विभाग के शोध में एक ऐसे छोटे अनाज पर सफलता हासिल हुई है।जो न केवल खाने में स्वाद है बल्कि सेहत के लिए भी काफी लाभदायक है।इसकी खेती अनुपयोगी जमीं पर भी की जा सकती है।बिना लागत की होने वाली ये फसल छोटा अनाज रागी के नाम से जानते है।यह छोटा अनाज गरीब किसानो के लिए लाभदायक है।इस फसल को संपन्न करने के लिए न ही सिचाई और न ही कोई खाद उर्वरक की जरूरत होती है।यह कम वर्षा वाले माहौल में भी संप्पन हो जाता है। रागी सेहत के लिए बेहद लाभदायक है। also read : मोती पालन से होगा बेहद मुनाफा,जानिए विधि और लाभ के बारे में
ऐसे करे इस गुणकारी छोटे अनाज की खेती
व्लॉग मिटटी,प्रदूषण,कृषि और जल में कई सालो से शोध आ रहे है।सबसे जरुरी बात यह है की हम लोगो का उद्देश्य ही बीएससी एग्रीकल्चर,एमएससी एग्रीकल्चर में शोध करने के साथ किसानो का मदद करना है।रागी की खेती करना बड़ा आसान है।400 ग्राम बीज एक बीघा खेती के लिए पर्याप्त है।400 ग्राम बीज में लगभग 8 से 10 कुंतल रागी उतपन्न किया जा सकता है।इसका बीज हल्का भूरे कलर का होता है।यह बड़े बड़े होटलो में रागी के खीर के नाम से बड़ा चर्चित है।इसकी खेती में कोई लागत नहीं है कोई रोग रोग व्याधि नहीं है न किसी के कोई खाद उर्वरक की जरूरत है।
इसकी खेती में सिचाई की भी कोई जरूरत नहीं है।जो जमीं किसी खेती के लिए उपयोगी नहीं है.उस जमीं पर भी इस जरुरी अनाज की खेती की जा सकती है।यह बाजार में काफी मुसीबत के बाद बड़े महंगे भाव पर मिलता है।चुकी इसके खीती को लेकर किसानो में जानकारी की कमी है।