धान की फसल का अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए इस किस्म की खाद का करे इस्तेमाल, मिलेगा बंफर उत्पादन

धन की फसल पारम्परिक होने की वजह से किसानों के लिए काफी ज्यादा अहम हो गयी है। धान की पैदावार हासिल करने के लिए किसान हर तरह से मेहनत कर रहा है। ऐसे में धान की अधिक पैदावार पाने के लिए धान की फसल में उर्वरक का इस्तेमाल मिट्टी के संरक्षण पर आधारित होता है। क्योकि सही समय पर सही मात्रा में खाद देने से उच्च गुणवत्ता की फसल प्राप्त होती है। इसलिए धान की फसल के लिए उर्वरक की जानकारी होना काफी जरुरी हैं।
जल्द पक जाने वाली किस्म के लिए उर्वरक
धान की फसल के लिए प्रति एकड़ जमीन में करीब 24 किलोग्राम नत्रजन 24 किलोग्राम फॉस्फोरस और 24 किलोग्राम पोटाश को खेत तैयार करते समय मिलाना चाहिए और रोपाई के बाद कल्ले निकलते समय 24 किलोग्राम नत्रजन का छिड़काव करना चाहिए।
मध्यम और देर से पकने वाली किस्म के लिए उर्वरक
धान का अच्छा उत्पादन करने और खेत तैयार करते समय प्रति एकड़ जमीन में करीब 30 किलोग्राम नत्रजन 24 किलोग्राम फॉस्फोरस के साथ ही 24 किलोग्राम पोटाश को मिलाना चाहिए. और रोपाई के बाद कल्ले निकलते समय 30 किलोग्राम नत्रजन का छिड़काव करना चाहिए।
सुगंधित और बौनी किस्म के लिए उर्वरक
धान की देर से पकने वाली किस्मों में प्रति एकड़ खेत में 48 किलोग्राम नत्रजन, 24 किलोग्राम फॉस्फोरस और 24 किलोग्राम पोटाश का छिड़काव करना चाहिए। जबकि जल्द और मध्यम पकने वाली किस्मों के लिए प्रति एकड़ भूमि में 48 किलोग्राम नत्रजन, 12 किलोग्राम फॉस्फोरस और 12 किलोग्राम पोटाश का छिड़काव करना चाहिए।
धान की सीधी बुवाई के लिए उर्वरक
- अगर धान की सीधी बुवाई करना चाहते हैं तो प्रति एकड़ जमीन में 40 से 48 किलोग्राम नत्रजन का इस्तेमाल करना चाहिए।
- इसके लिए कुल नत्रजन को 4 भाग में कर लें. एक भाग जुताई करते समय खेत में मिला दें, बचे हुए नत्रजन का दूसरा भाग कल्ले निकलते समय डालना चाहिए. फिर आखिरी भाग का छिड़काव धान की बालियां बनते समय करना चाहिए. इसके अलावा 20 किलोग्राम फॉस्फोरस और 20 किलोग्राम पोटाश का भी इस्तेमाल करना चाहिए।
- बता दें चावल के लिए सबसे उपयुक्त उर्वरक वही हैं जो पौधों की पोषण संबंधी जरूरतों, विशेष रूप से नाइट्रोजन और सल्फर को पूरा करता है. चावल के लिए सबसे उपयुक्त उर्वरक अमोनियम सल्फेट है. किसान मुख्य रूप से अमोनियम सल्फेट का उपयोग करते हैं। also read : Government Scheme: छत्तीसगढ़ में मसालों की खेती करने वाले किसानों की आय में हुआ इजाफा, अब सरकार दे रही है सब्सिडी