क्या है नैनो यूरिया, यहाँ जानिए इसके उपयोग की विधि, सावधानियां और दिशा निर्देश

किसान भाई अपनी फसल का अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए उसमे कई तरह की खाद का इस्तेमाल करते है। इन्ही में से एक नैनो यूरिया भी है जिसे डालने से फसल की पैदावार में बढ़ोतरी होती है। बता दें कि नैनो यूरिया उर्वरक फसल में नाइट्रोजन की आवश्यकता को पूरा करने में मदद करता है। इसके कण बेहद छोटे होते है। देखा जाए तो इसके कणों का आकार 20-50 नैनो मी. तक होता है। आज इस पोस्ट के जरिए हम आपको नैनो यूरिया खाद के बारे में और इसके उपयोग के बारे में विस्तार से बताने जा रहे है।
उपयोग विधि
नैनो यूरिया का 2-4 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी के घोल का खड़ी फसल में छिड़काव करना चाहिए। यह नाइट्रोजन की कम आवश्यकता वाली फसलों में 2 मि. ली. एवं नाइट्रोजन की अधिक आवश्यकता वाली फसलों में 4 मि.ली तक नैनो यूरिया प्रति लीटर पानी की दर से उपयोग किया जा सकता है। अनाज, तेल, सब्जी, कपास आदि फसलों में दो बार और दलहनी फसलों में एक बार नैनो यूरिया का उपयोग किया जाता है। पहला छिड़काव अंकुरण/रोपाई के 30-35 दिन बाद तथा दूसरा छिड़काव फूल अथवा बाली आने के एक सप्ताह पूर्व किया जा सकता है। एक एकड़ खेत के लिये एक बार में प्रति छिड़काव लगभग 125 लीटर पानी की मात्रा पर्याप्त होती है।
उपयोग दिशा-निर्देश एवं सावधानियां
इसे उपयोग करने से पहले अच्छी तरह से हिला लेवे। इसके बाद में फैन और काट नोजल वाले स्प्रेयर का उपयोग करे। सुबह और शाम के समय जब तेज धूप, तेज हवा तथा ओस न हो तभी छिड़काव करे। यदि नैनो यूरिया के छिड़काव के 12 घंटे में बारिश होती है तो यह सलाह दी जाती की इसे वापस से उपयोग किया जाना चाहिए। लेकिन हमेशा से इस मिश्रण और छिड़काव से पहले जार का परीक्षण जरूरी है। अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए नैनो यूरिया का उपयोग इसके निर्माण की तारीख से 2 वर्ष के अंदर किया जाना चाहिए। यद्यपि नैनो यूरिया विष मुक्त है, तथापि सुरक्षा की दृष्टि से फसल पर छिड़काव करते समय फेस मास्क और दस्ताने का उपयोग करने की सलाह दी जाती है.।
नैनो यूरिया के लाभ
सभी फसलों के लिए उपयोगी सुरक्षित एवं पर्यावरण के अनुकूल, टिकाऊ खेती हेतु उपयोगी बिना उपज प्रभावित किये, यूरिया या अन्य नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों की मात्रा में कटौती, वातावरण प्रदूषण की समस्या से मुक्ति उर्वरक उपयोग दक्षता में सार्थक सुधार, गुणवत्तायुक्त अधिक उपज पाने में सहायकपरिवहन एवं भण्डारण खर्चों में कमी तथा सुगम परिवहन। 4% नैनो कण युक्त, 500 मि. ली- नैनो यूरिया, एक बोरा यूरिया के बराबर नत्रजन देता है। also read : जानिए दूध उत्पादन को बढ़ाने के परपरागत तरीका और इससे जुड़े रोचक तथ्य