Sahara India: सहारा इंडिया कंपनी के द्वारा सीआरसी सहारा रिफंड पोर्टल जारी किया है, जिसके माध्यम से निवेशकों को उनके पैसे का भुगतान किया जाएगा इस पोर्टल के बारे में स्थानीय प्रशासन में लोगों को जानकारी भी दी है ताकि जिन लोगों का पैसा सहारा इंडिया कंपनी में फंसा है वह इस पोर्टल पर जाकर https://mocresubmit.crcs.gov.in/ के माध्यम से अपना पैसा वापस ले सके अगर आप भी पूरी जानकारी प्राप्त करना चाह रहे हैं तो लेख को ध्यान से पढ़िए-
सहारा इंडिया के द्वारा पैसे निकालने का पोर्टल जारी
सहारा इंडिया के माध्यम से सीआरसी सहारा रिफंड पोर्टल जारी किया है, जिसके माध्यम से सहारा इंडिया के निवेशक यहां पर आकर पैसे निकालने का रजिस्ट्रेशन करेंगे इसके बाद उनको पैसे सहारा इंडिया कंपनी के द्वारा भुगतान किए जाएंगे। जैसा कि आप लोगों को मालूम है कि कई लोगों के पैसे सहारा इंडिया में कई साल से फंसे हुए हैं।
उनको इस बात की उम्मीद है इतनी जल्दी उनको पैसे वापस मिल जाएंगे’ परंतु सहारा इंडिया कंपनी और सरकार के द्वारा अभी तक इस विषय में कोई भी जानकारी नहीं दी गई है कि निवेशकों के जो पैसे फंसे हैं। उनको कब तक वापस किया जाएगा। हालांकि इस बीच में सहारा इंडिया के द्वारा पैसे निकालने का आधिकारिक पोर्टल जारी कर दिया गया हैं। जिससे सहारा इंडिया में जिन लोगों के पैसे फंसे हैं उनमें इस बात की उम्मीद जाग चुकी है कि जल्दी उनको पैसे मिल जाएंगे |
शादी के मौके पर पैसे नहीं मिल पा रहे हैं
सहारा इंडिया के अंतर्गत पैसे जमा करने वाले ऐसे लोग जिन्होंने अपनी बेटी के शादी के लिए यहां पर फिक्स डिपाजिट किया था इनको सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि पैसे ना होने की वजह से वह अपने बेटी का विवाह करवाने में असमर्थ हैं। जिसके कारण लगातार ऐसे लोग परेशान है और उनको अपनी बेटी की शादी की चिंता सताई जा रही हैं।
इस प्रकार की घटना बिहार के सीतामढ़ी में घटित हुई है जहां पर बथनाहा प्रखंड की महुआवा पंचायत के लछुआ गांव के विंदेश्वर भगत के द्वारा काफी मेहनत से सहारा इंडिया में फिक्स डिपाजिट किए गए थे ताकि जब बेटी की उम्र शादी की हो जाएगी तो पैसों को सहारा इंडिया कंपनी के माध्यम से निकलेंगे परंतु आज के समय उनका पैसा फंसा हुआ है जिसके कारण वह अपनी बेटी का विवाह नहीं करवा पा रहे हैं इस बात की शिकायत जिलाधिकारी से किया है परंतु उसका कोई विशेष लाभ को अभी तक दिखाई नहीं पड़ रहा हैं।