सरसों की कीमतें 6700 के नीचे फिसलीं, क्या अब बेचना सही होगा?
तेल तिलहन बाजार में गिरावट का रुख जारी है, जिसमें सरसों की कीमतें लगातार नीचे की ओर जा रही हैं। जयपुर में शुक्रवार को सरसों की कीमतें 6675 रुपये प्रति क्विंटल पर आ गईं, जबकि भरतपुर में यह 6300 रुपये प्रति क्विंटल तक गिर गईं।
सरसों की आवक बढ़ने से बाजार में सप्लाई बढ़ गई है, जिससे कीमतें नीचे की ओर जा रही हैं। नाफेड एजेंसी द्वारा बाजार में बिकवाली की जा रही है, जो बाजार की गिरावट का एक कारण है।
मंडी भाव टुडे ने पहले भी कहा था कि सरकार सरसों के बाजार में हलचल पैदा कर सकती है, और अब यही देखने को मिल रहा है। मलेशिया के बाजार में भी गिरावट देखी गई है, जहां पाम तेल का जनवरी वायदा अनुबंध 0.49 प्रतिशत गिरकर 4257 रिंगिट पर बंद हुआ।
किसानों और व्यापारियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी सरसों को बेचने के लिए तैयार रहें, क्योंकि बाजार की गिरावट का रुख जारी है