किसान साथियों और व्यापारी भाइयों जब से जयपुर में सरसों का भाव 7125 हुआ है मंडी भाव टुडे पर तब से ही हम निवेदन कर रहे हैं की दिवाली के बाद सरसों के भाव पर दबाव आ सकता है। और किसान साथियो को मौका देखकर माल निकाल देना चाहिए। ऐसा हम इसलिए कह रहे थे क्योंकि हम पिछले दो तीन साल से सरसों के भाव का ट्रेंड देख रहे हैं। और हर बार यह देखा गया है कि सरसों का भाव दिवाली से 15-20 दिन पहले गिरावट की तरफ जाना शुरू हो जाता है। साल 2024 भी इससे कुछ अलग नहीं किया। सितम्बर महीने में 7125 का स्तर छूने के बाद अक्टूबर महीने में सरसों का रेट 7100 के स्तर को भी नहीं छू पाया है और अब भाव गिरते गिरते 6875 तक आ चुका है। जिन साथियो ने अभी तक सरसों को नहीं बेचा है वे जरूर सरसों के भाव तेजी की उम्मीद कर रहे होंगे। इन किसान साथियो के लिए ही हमने आज की रिपोर्ट तैयार की है जिसमें हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि यहां से आगे सरसों के भाव में तेजी बनेगी या नहीं। इस सवाल का उत्तर जानने के लिए आपको यह रिपोर्ट अंत तक पढ़नी पड़ेगी।
ताजा मार्केट अपडेट
सोमवार को सुबह विदेशी बाजारों में अस्थिरता बनी हुई थी। मलेशिया का बाजार बार बार हरे निशान से लाल निशान के बीच झूल रहा था । हालांकि बाजार अंत में गिरावट के साथ ही बंद हुआ। साफ़ रूझान ना मिलने के कारण घरेलू बाजार में भी सुबह से ही सरसों का बाजार दबाव में दिखा । इसके अलावा नेफेड के द्वारा बाजार में सरसों बड़े पैमाने पर बेची जा रही है जिसके कारण प्लांटों में सरसों की कोई खास कमी नहीं बन रही है। सप्लाई बढ़ने के कारण बाजार दबे हुए दिख रहे हैं। जयपुर में कंडीशन सरसों के भाव 50 रुपये कमजोर होकर 6875 रुपये प्रति क्विंटल पर खुले। भरतपुर मंडी में भी सरसों का भाव 6550 से टूटकर 6480 रुपये प्रति क्विंटल का रह गया। इसी तरह से दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर भी सरसों के भाव में 50 रुपये की टूटत के बाद भाव 6650 के रह गए। अन्य मुख्य केंद्रों पर भी सरसों के भाव 50-100 रुपये कमजोर ही रहे। मुख्य केंद्रों के भाव को देखें तो च दादरी मंडी में सरसों का भाव 6625, अलवर में 6600, बरवाला में 6200, हिसार में 6100, मुरैना में 6150, ग्वालियर में 6400, खैरथल में 6600, टोंक में 6480, निवाई में 6500 और सिवानी में सरसों का रेट 6350 रुपये प्रति क्विंटल का रहा । भाव में गिरावट के ट्रेंड को देखते हुए किसान और व्यापारी भर भर में कर सरसों लेकर आ रहे हैं जिसके कारण सरसों की आवक सोमवार को 3 लाख 50 हजार बोरी के पार हो गई।
प्लांटों पर भी गिरे सरसों के रेट
ब्रांडेड तेल मिलों ने भी सरसों के भाव में 100 रुपये तक की कटौती की। गोयल कोटा प्लान्ट पर सरसों के भाव 100 रुपये टूट कर 6700 के रह गए। वंश सीतापुर प्लान्ट पर भी सरसों 100 रुपये टूटी भाव 6900 के रह गए। इसी तरह से सलोनी प्लान्ट ने भी सरसों के भाव 125 रुपये तोड़ दिए यहां पर अंतिम भाव 7525 के रह गए। आगरा में BP और शारदा प्लान्ट पर 100 रुपये की गिरावट के बाद भाव क्रमशः 7050 और 7000 रुपये प्रति क्विंटल के रिपोर्ट किए गए हैं।
हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के सरसों के भाव को देखें तो आदमपुर मंडी में सरसों का भाव 6270, जींद मे सरसों का भाव 6210, नोहर मंडी में सरसों का भाव ₹5900 से ₹6325, संगरिया मंडी में ₹6092 से ₹6233, सूरतगढ़ में ₹5457 से ₹6358, श्री गंगानगर में ₹5051 से ₹6180, देवली में ₹5200 से ₹6470, सिवानी में ₹6350, बीकानेर में ₹5300 से ₹5951, सिरसा में ₹5800 से ₹6622, श्री माधोपुर में ₹5701 से ₹6111, गजसिंहपुर में ₹5925 से ₹6290, ऐलनाबाद में ₹5800 से ₹6248, जैतसर में ₹5839 से ₹6099, श्री विजयनगर में ₹6134, घड़साना में ₹5478 से ₹6370, अनूपगढ़ में ₹5830 से ₹6165, और पीलीबंगा में ₹5975 से ₹6100 प्रति क्विंटल रहा।
विदेशी बाजारों की अपडेट
सोमवार को मलेशियाई बाजार में पाम तेल के भाव में कई बार घट बढ़ हुई । बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, बीएमडी पर पाम तेल का दिसंबर का वायदा अनुबंध 36 रिगिंट यानी की 0.83 % घटकर 4,314 रिंगिट प्रति टन पर बंद हुआ। ताजा समाचार मिलने तक आज भी मलेशियाई बाजार का दिसंबर वायदा 27 रिंगिट की कमजोरी के साथ कारोबार दिखा रहा था। अमेरिकी बाजार शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पर भी सोमवार को सोया तेल वायदा भाव में 1.59 % की गिरावट आई। अमेरिका में सोयाबीन के रिकार्ड उत्पादन अनुमान की खबरों के चलते यह गिरावट हुई है । चीन के डालियान कमोडिटी बाज़ार में सोया तेल वायदा अनुबंध में 0.63 फीसदी की गिरावट आई लेकिन इसके पाम तेल वायदा अनुबंध में 0.32 % की तेजी दर्ज की गई। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रिंगिट में 0.16 % कमजोर हुआ जिससे विदेशी खरीदारों के लिए पाम तेल का आयात सस्ता हो गया।
तेल और खल के भाव
सरसों तेल और खल के भाव में लगातार गिरावट चल रही है। सोमवार को कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 19 रुपये घटकर 1421 रुपये प्रति 10 किलो रहे, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के दाम 13 रुपये घटकर 1391 रुपये प्रति 10 किलो पर स्थिर रहे। सरसों खल के भाव में भी गिरावट बनी और खल के रेट 10 रुपये घटकर होकर 2570 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
क्या और गिरेंगे सरसों के भाव
किसान साथियो और व्यापारी भाइयों अक्टूबर महीने में जयपुर सरसों के भाव 7125 से गिरकर 6875 रुपये प्रति क्विंटल तक आ गए हैं यानी कि सरसों के भाव में अपने उपरी स्तर से 250 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट तो पहले से ही आ चुकी है। जबकि भरतपुर के रेट 350 रुपये प्रति क्विंटल तक गिर चुके हैं। सरसों तेल की थोक मांग घटने, सरसों की आवक बढ़ने, नेफेड की बिकवाली और विदेशी बाजारों में आयी गिरावट के कारण यह मंदी आयी है। भाई बजरंग पिछले दिनों हमने देखा था कि विदेशी बाजारों में तेजी रहने के बावजूद भी घरेलू बाजार में भाव गिरे हैं। आज भी विदेशी बाजारों में कमजोरी का ही रूझान है इसे देखते हुए आज भी सरसों के भाव 25-50 रुपये तक टूट सकते हैं। हालांकि उपरी स्तरों से 250 से 300 रुपये की गिरावट हो चुकी है इतनी गिरावट के बाद अब बाजार स्थिर हो जाने चाहिए। जिन साथियो ने माल नहीं बेचा है वे माल को हल्का करते रहें। व्यापार अपने विवेक से करें।