Sarso Teji Mandi Report: इस सप्ताह पहले सोमवार के दिन जयपुर कंडीशन सरसों भाव 6700/6725 रुपए प्रति क्विंटल पर खुला। वहीं शनिवार शाम को 6700 रुपए प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। यानी इस सप्ताह के दौरान सरसों शुरुआत में गिरावट अंतिम दोनों में सुधार देखने को मिला।
क्या सरसों का भाव बढ़ेगा
सप्ताह के शुरुआत में नाफेड की बड़ी मात्र में बिकवाली और अंतराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी से सरसो में गिरावट आई थी। नाफेड ने अब तक लगभग 8.5 लाख टन सरसो बेचा है (हाफेड की बिकवाली इसमें नहीं)
हमने पहले भी अपने रिपोर्ट में लिखा है की सरसो का अधिकतर स्टॉक अब सरकारी हाथों में है। इसलिए बड़ी मंदी नहीं सरसो तेल में भी सप्ताह के शुरुआत में गिरावट के बाद 1350 के करीब सपोर्ट मिला।
जयपुर कच्ची घानी निचले स्तरों से 2-3 रुपयों किलो बढकर 1400-1405 के बीच पहुंचा। सरसो की सीमित सप्लाई और ठंड के मौसम में अच्छी खपत को देखते हुए। सरसो तेल में आगे भी बढ़त की उम्मीद। खल की लगातार कमजोर निर्यात मांग के चलते अक्टूबर में इसका निर्यात 5% गिरकर 1.60 लाख टन हुआ। डीडीजीएस और अन्य सस्ते विकल्पों से खल में दबाव।
सरसो की बुवाई भी पिछले वर्ष से पीछे है। वहीं प्रतिकूल मौसम से दोबारा बुवाई की नौबत से इस वर्ष उत्पादन प्रभावित होने की रिस्क दिख रहा है। तापमान ज्यादा होने से सरसो की फसल का विकास बाधित हो रहा है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार राजस्थान में अब तक 29.01 लाख हेक्टेयर में सरसो बुवाई पूरी हो चुकी है। जो कि पिछले वर्ष से 3.74% पीछे है। सरसों की खुले बाजार में टाइट सप्लाई, सरकारी एजेंसियों की सिमित बिकवाली और तेलों में उठाव की उम्मीद से सरसो और सरसो तेल में आगे मजबूती बनी रहने की सम्भावना अधिक।
जयपुर सरसों 6525 का सपोर्ट बना हुआ। जो की लम्बी अवधि तक टूटता नहीं दिखे रहा है। वहीं तेल भी लम्बी अवधि में 1430-1450 की रैंज में बढ सकता है।
Conclusion:- आज आपने News Remind पर जाना Sarso Teji Mandi Report: सरसों की टाइट सप्लाई व आगे मांग निकलने की संभावना, क्या सरसों का भाव बढ़ेगा। किसी भी फसल में तेजी या फिर मंदी आगामी दिनों में होने वाले मौसम के साथ-साथ डिमांड पर निर्भर करता है ऐसे में व्यापार अपने विवेक से करें और किसी भी व्यापार में नुकसान होने पर हम जिम्मेवार नहीं होंगे। क्योंकि हमारा काम है जानकारी देना। व्यापार अपने विवेक से ही करना चाहिए।