sarso oil purity : खाना पकाने के लिए सरसों का तेल ही नहीं मार्केट में कई सारे दूसरे खाद्य तेल भी मौजूद हैं। फिर भी भारत समेत दुनिया के अधिकतर देशों में सरसों का तेल ही खूब खाया जाता है। बाजार के जानकारों के अनुसार, भारत में खपत के लिए रोजाना करीब 13,000 टन सरसों तेल (mustard oil consumption) की आवश्यकता होती है। अमूमन हर भारतीय रसोई में खाना पकाने के लिए इस तेल का इस्तेमाल होता है। आप भी सरसों तेल का इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर जानना आपके लिए बेहद जरूरी है।
मिलावट और डुप्लीकेसी के इस दौर में कई चीजें प्रभावित हुई हैं। सरसों का तेल भी इससे अछूता नहीं है। इसमें भी मिलावट होने व इसके नकली होने की संभावनाओं से इन्कार नहीं किया जा सकता। सरसों तेल खाद्य तेलों में सबसे प्रमुख है, जिसका यूज कई भोज्य पदार्थों में किया जाता है। मामला सेहत व स्वास्थ्य से जुड़ा होने के कारण यह और भी ज्यादा जरूरी है कि हमें सतर्क रहते हुए इसकी शुद्धता जांचने (Mustard Oil Purity Test) की जानकारी हो। सरसों तेल की शुद्धता जांचने के लिए आप कुछ खास तरीके इस खबर में जान सकते हैं।
गंध से ऐसे पहचानें सरसों तेल की शुद्धता
शुद्ध सरसों के तेल (sarso tel ki pahchan) की अपनी एक खास तरह की गंध होती है। इस गंध से भी सरसों तेल के असली या नकली होने की पहचान की जा सकती है। HCN (हाइड्रो साइनिंग एसिड) के बारे में जानकर भी आप सरसों तेल की पहचान कर सकते हैं। मिलावट वाले सरसों तेल की गंध ज्यादा देर तक नहीं ली जा सकती, इससे उल्टी होने जैसा महसूस होने लगता व सिर चकराने सहित जी भी मिचलाता है।
सरसों तेल का रंग
सरसों के तेल (mustard oil) का रंग इसकी शुद्धता और अशुद्धता को बताता है। शुद्ध सरसों के तेल का रंग गहरा होता है यानी हल्का रंग होने पर या तेल में पीलापन नजर आने पर इसमें मिलावट होती है। यह अशुद्ध होता है। शुद्ध सरसों के तेल की चमक भी काफी ज्यादा होती है।
हाइड्रोक्लोरिक एसिड का मिश्रण
सरसों के तेल की शुद्धता (mustard oil purity) जांचने के लिए आप हाइड्रोक्लोरिक एसिड टेस्ट भी कर सकते हैं। इसके लिए एक टेस्ट ट्यूब में पांच मिलीलीटर सरसों का तेल डाल लें और इसमें इतनी ही मात्रा में हाइड्रोक्लोरिक एसिड मिला लें। सरसों का तेल अगर शुद्ध है तो इसको मिलाकर हिलाने पर हाइड्रोक्लोरिक एसिड नीचे दिखता है। इस मिश्रण से सरसों तेल के रंग पर कोई असर नहीं पड़ेगा। तेल के नकली या मिलावटी होने (nakli sarso tel ke nuksan) पर इससे अलग परिणाम दिखाई देंगे। हाइड्रोक्लोरिक एसिड आप बाजार से खरीद सकते हैं या घर पर भी मिल सकता है।
हथेली पर तेल रगड़ने से होगी पहचान
सरसों की तेल की शुद्धता की पहचान तो आप हथेली पर इसे रगड़कर भी कर सकते हैं। जैसे ही हथेली पर मिलावटी तेल को रगड़ेंगे इससे अजीब सी गंध आएगी। साथ ही इसका रंग भी बदल जाएगा। असली सरसों के तेल की गंध हथेली पर रगड़ने से सुहावनी सी लगती है और इसका रंग भी नहीं बदलता।
कांच के गिलास को रखें फ्रिज में
कांच के गिलास में सरसों के तेल को फ्रिज में रखकर भी आप सरसों तेल की शुद्धता व अशुद्धता को पहचान सकते हैं। फ्रिज में कांच के गिलास में सरसों का तेल (mustard oil) डालकर रखने के कुछ देर बाद आप इसके परिणाम हासिल कर सकते हैं। शुद्ध सरसों के तेल में कोई बदलाव आपको नजर नहीं आएगा। मिलावटी सरसों का तेल होगा तो तेल की ऊपरी सतह पर सफेद रंग के पार्टिकल नजर आएंगे। यह सरसों तेल की शुद्धता जांचने का आसान तरीका है।
मिलावटी या नकली सरसों तेल से नुकसान
नकली या मिलावटी सरसों का तेल किसी भी तरह से यूज करने पर नुकसान ही करता है। खासकर खाद्य पदार्थों व भोजन में मिलावटी सरसों के तेल के कई नुकसान (nakli sarso tel ke nuksan) हैं। इससे जी मिचलाना और पेट खराब होने की समस्याएं पैदा होती हैं। आंतड़ियों और पेट में सूजन आ जाती है। लीवर व त्वचा के रोग होने के अलावा दिल और सांस की बीमारी का खतरा भी नकली या मिलावटी सरसों के तेल से होती हैं।