Sarso Tel Price: हाल ही में खाद्य पदार्थों के दामों में एक बार फिर से बढ़ोतरी हुई है, जिससे आम जनता काफी परेशान नजर आ रही है. सरसों के तेल के दामों में 40 रुपये प्रति किलो और रिफाइंड तेल के दामों में 20 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है जिससे खाना पकाने की लागत में अचानक बढ़ोतरी हो गई है.
दालों और अनाज के दामों में बढ़ोतरी
अरहर की दाल, छोले, चने और आटे के दामों में भी बढ़ोतरी (price rise of pulses and flour) देखी जा रही है. विशेषकर अरहर की दाल के दाम 25 रुपये प्रति किलो महंगी हो गई है. इस बढ़ोतरी को बाजार में मांग और आपूर्ति में असंतुलन का परिणाम माना जा रहा है.
खाद्य तेलों में बढ़ोतरी का असर
रिफाइंड और सरसों तेल के दामों में हुई बढ़ोतरी से रसोई के बजट पर गहरा असर पड़ा है. विशेष रूप से, सरसों तेल के 15 किलोग्राम टीन की कीमत में 600 रुपये की बढ़ोतरी (bulk oil prices) ने खाना पकाने की लागत को और बढ़ा दिया है.
बाजार में कीमत
थोक विक्रेताओं के अनुसार खाद्य सामग्री के दामों में हाल के दिनों में तेजी आई है. इस वृद्धि का मुख्य कारण कच्चे माल की लागत में वृद्धि और उत्पादन में कमी को बताया जा रहा है.
आगे की संभावनाएँ और उपाय
व्यापारियों का मानना है कि अगर बाजार में स्थिति ऐसी ही रही, तो आने वाले समय में खाद्य पदार्थों के दाम और भी बढ़ सकते हैं. इससे आम जनता की जेब पर और अधिक बोझ पड़ेगा, जिसके लिए सरकार और नीति निर्माताओं को प्रभावी उपायों पर विचार करने की जरूरत है.