अगर आपका खाता SBI, PNB, ICICI या HDFC बैंक में है, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। इन चारों प्रमुख बैंकों ने अपने ग्राहकों के लिए सेविंग अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस रखने के नियमों में बदलाव किया है। अब तय राशि से कम बैलेंस होने पर जुर्माना लग सकता है और बैंकिंग सुविधाओं में रुकावट आ सकती है।
हर बैंक अपने ग्राहकों के लिए एक न्यूनतम राशि निर्धारित करता है, जिसे खाते में बनाए रखना आवश्यक होता है। यदि यह राशि बनी नहीं रहती, तो बैंक द्वारा शुल्क लिया जाता है और कई बार खाता अस्थायी रूप से निष्क्रिय भी हो सकता है।
SBI (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) में मिनिमम बैलेंस नियम
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, जो देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक बैंक है, अपने खाताधारकों से स्थान के अनुसार न्यूनतम राशि बनाए रखने की अपेक्षा करता है। मेट्रो और बड़े शहरों में सेविंग अकाउंट में तीन हजार रुपये बनाए रखना जरूरी है। छोटे शहरों के लिए यह सीमा दो हजार रुपये और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक हजार रुपये रखी गई है। यदि यह संतुलन नहीं रखा गया तो बैंक पेनल्टी के रूप में शुल्क वसूलता है, जिसकी राशि पांच रुपये से पंद्रह रुपये तक हो सकती है, साथ में जीएसटी अतिरिक्त होगा।
PNB (पंजाब नेशनल बैंक) में मिनिमम बैलेंस नियम
पंजाब नेशनल बैंक में भी खाताधारकों के लिए दो श्रेणियों में न्यूनतम बैलेंस निर्धारित किया गया है। शहरी क्षेत्रों में खाता होने पर दो हजार रुपये और ग्रामीण क्षेत्रों में एक हजार रुपये का बैलेंस बनाए रखना जरूरी है। यदि खाते में निर्धारित राशि नहीं होती, तो बैंक तिमाही आधार पर जुर्माना लगाता है।
HDFC बैंक में मिनिमम बैलेंस नियम
एचडीएफसी बैंक निजी क्षेत्र का अग्रणी बैंक है और इसके नियम अपेक्षाकृत सख्त हैं। मेट्रो शहरों में सेविंग अकाउंट के लिए दस हजार रुपये का न्यूनतम बैलेंस जरूरी है। छोटे शहरों और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के लिए यह सीमा पांच हजार रुपये है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में ढाई हजार रुपये से पांच हजार रुपये तक का बैलेंस आवश्यक होता है। यदि ग्राहक इस सीमा को पूरा नहीं करता, तो एचडीएफसी बैंक डेढ़ सौ रुपये से छह सौ रुपये तक की पेनल्टी वसूलता है।
ICICI बैंक में मिनिमम बैलेंस नियम
आईसीआईसीआई बैंक भी क्षेत्र के अनुसार मिनिमम बैलेंस बनाए रखने का निर्देश देता है। बड़े शहरों में खाताधारकों को दस हजार रुपये का संतुलन बनाए रखना होता है। छोटे या अर्ध-शहरी क्षेत्रों में ढाई हजार रुपये से पांच हजार रुपये तक का बैलेंस अनिवार्य है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक हजार रुपये का बैलेंस बनाए रखना जरूरी है। यदि यह संतुलन नहीं रखा जाता, तो बैंक सौ रुपये से पांच सौ रुपये तक की पेनल्टी ले सकता है।
निष्कर्ष
अगर आपका खाता उपरोक्त बैंकों में से किसी एक में है, तो यह बेहद जरूरी है कि आप अपने खाते में निर्धारित न्यूनतम राशि हमेशा बनाए रखें। इससे आप अनावश्यक जुर्माने से बच सकते हैं और आपकी बैंकिंग सुविधाएं बिना किसी रुकावट के जारी रहेंगी। समय-समय पर खाते का बैलेंस चेक करना और अलर्ट सुविधा चालू रखना एक बेहतर उपाय है ताकि आपको कभी भी अतिरिक्त शुल्क का सामना न करना पड़े।