School Holiday अप्रैल का महीना भारतीय संस्कृति में त्योहारों और उत्सवों के रूप में विशेष महत्व रखता है. इस महीने की शुरुआत चैत्र नवरात्रि से होती है, जो कि नौ दिनों तक चलता है और धार्मिक आस्था का प्रतीक है. इस दौरान देशभर में विभिन्न पूजा अनुष्ठान और धार्मिक क्रियाकलाप आयोजित किए जाते हैं.
लगातार तीन दिनों की छुट्टियां
अप्रैल महीने में एक विशेष अवसर आता है जब लोगों को लगातार तीन दिनों की छुट्टियां मिल सकती हैं. 13 अप्रैल को बैसाखी के पर्व पर सभी शिक्षण संस्थान और कार्यालय बंद रहते हैं, उसके बाद 14 अप्रैल को भीमराव अंबेडकर जयंती होती है, जिस दिन भी राष्ट्रीय अवकाश रहता है. इस तरह, यदि शनिवार को भी अवकाश रहता है, तो यह तीन दिन की लम्बी छुट्टी बन जाती है.
बैसाखी
बैसाखी भारत के कई राज्यों विशेषकर पंजाब और हरियाणा में बहुत धूमधाम से मनाई जाती है. यह त्योहार मुख्य रूप से कृषि से जुड़ा हुआ है क्योंकि इस दिन किसान अपनी फसलों की कटाई शुरू करते हैं. बैसाखी का दिन न केवल फसलों की कटाई का प्रतीक है, बल्कि यह खुशहाली और समृद्धि की भी शुरुआत है. इस दिन गुरुद्वारों में विशेष अरदास की जाती है और मेले भी लगते हैं.
डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती
14 अप्रैल को भारतीय संविधान के शिल्पकार डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई जाती है. यह दिन समाज में समानता और न्याय के महत्व को रेखांकित करता है. इस दिन विभिन्न सामाजिक कार्यक्रम, शोध संगोष्ठियां और प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, जिसमें अंबेडकर के योगदान और विचारों को याद किया जाता है.
अप्रैल के अवकाश
अप्रैल महीने में अन्य कई त्योहार और महत्वपूर्ण दिन भी मनाए जाते हैं जैसे राम नवमी, हनुमान जयंती और गुड फ्राइडे. ये सभी त्योहार भारतीय समाज में विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाते हैं. इन दिनों पर विभिन्न समुदायों द्वारा अपनी-अपनी परंपराओं के अनुसार उत्सव मनाए जाते हैं, जो सामाजिक एकता और भाईचारे को बढ़ावा देते हैं.
इस प्रकार, अप्रैल महीना भारतीय कैलेंडर में न केवल वसंत ऋतु का प्रतीक है, बल्कि यह समाज में उत्सव और उमंग की भावनाओं को भी जगाता है. इन त्योहारों के माध्यम से हम अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोते हैं और आने वाली पीढ़ियों को इसकी महत्ता का एहसास कराते हैं.