School Summer Vacation: राज्य के सरकारी स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां 2 जून से 21 जून तक घोषित की गई हैं. इस अवकाश के दौरान विद्यार्थियों की पढ़ाई को बनाए रखने के लिए खास तौर पर गणितीय समर कैंप आयोजित किए जाएंगे, जिसमें बच्चों की गणितीय दक्षता को बढ़ाने पर जोर रहेगा.
कमजोर बच्चों के लिए होगा विशेष गणित समर कैंप
इस समर कैंप में कक्षा 5वीं और 6वीं के उन बच्चों को शामिल किया जाएगा. जिनकी गणित विषय में पकड़ कमजोर है. ये कैंप प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए ‘प्रथम संस्था’ के सहयोग से चलाए जाएंगे. ताकि शैक्षणिक सत्र 2025-26 की शुरुआत में ही उनकी मूलभूत समझ को मजबूत किया जा सके.
गांव और टोलों में भी लगेंगे गणित समर कैंप
सरकार ने योजना बनाई है कि समर कैंप सिर्फ स्कूलों तक सीमित न रहें. बल्कि उन्हें गांव और टोलों के स्तर पर भी आयोजित किया जाए. इसका उद्देश्य यह है कि हर बच्चा अपने घर के पास ही गणित का प्रशिक्षण प्राप्त कर सके. जिससे किसी को दूरी या संसाधनों की कमी के कारण अवसर से वंचित न रहना पड़े.
सुबह और शाम दो समयों में चलेंगे समर कैंप
बच्चों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए. समर कैंप दो पालियों में आयोजित किए जाएंगे.
- सुबह: 7:00 बजे से 9:00 बजे तक
- शाम: 5:00 बजे से 7:00 बजे तक
इससे बच्चे गर्मी के दौरान आराम से सीख सकेंगे और दिन के अन्य समय का उपयोग अन्य गतिविधियों के लिए कर सकेंगे.
इंजीनियरिंग और तकनीकी छात्र देंगे गणित की ट्रेनिंग
समर कैंप में गणित पढ़ाने की जिम्मेदारी इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक और तकनीकी संस्थानों के विद्यार्थियों को दी जाएगी. इसके अलावा एनसीसी कैडेट, बिहार कौशल विकास मिशन के छात्र, शिक्षा सेवक, नेहरू युवा केंद्र के सदस्य और जीविका दीदियों द्वारा प्रेरित युवक-युवतियां भी इसमें भाग लेंगे.
स्वयंसेवकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
प्रशिक्षण से पहले इन सभी स्वयंसेवकों को गणित पढ़ाने की विशेष तकनीकें सिखाई जाएंगी, ताकि वे प्रभावी और बच्चों के स्तर के अनुसार गणितीय प्रशिक्षण दे सकें. यह प्रयास सामुदायिक भागीदारी और शिक्षा के साथ समाज को जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा.
असर टूल्स से बच्चों का होगा चयन
‘असर टूल्स’ के माध्यम से कमजोर बच्चों की पहचान की जाएगी, और उन्हें समर कैंप में शामिल किया जाएगा. हर कैंप में 10 से 15 बच्चों का एक समूह होगा. जिनके साथ प्रशिक्षित स्वयंसेवक प्रतिदिन 1 से 1.5 घंटे तक गणित पढ़ाएंगे. इससे हर बच्चे को व्यक्तिगत रूप से समझाने और सिखाने का मौका मिलेगा.
शिक्षा विभाग ने सभी जिलों को भेजे निर्देश
प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने इस संबंध में सभी डीईओ और समग्र शिक्षा डीपीओ को पत्र भेजकर निर्देशित किया है, कि वे समर कैंप के आयोजन को लेकर समयबद्ध योजना बनाएं और स्वयंसेवकों की संख्या पर्याप्त रखें. यह पहल छात्रों के सीखने के स्तर को सुधारने और परीक्षा परिणामों में सुधार लाने की दिशा में एक सार्थक प्रयास है.