भारतीय क्रिकेट टीम इस वक्त इग्लेंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खेल रही है।वही रणजी ट्रॉफी के नॉक आउट मुकाबले भी खेले जा रहे है। इन मुकाबलों में मुंबई की टीम ने निचले कर्म के खिलाड़ियों की बल्लेबाजी के दम पर जोरदार वापसी की है।क्वाटर्र फ़ाइनल में टॉप आर्डर के नाकाम रहने के बाद सेमीफाइनल में भी वैसा ही हुआ।दोनों ही मैच में निचले कर्म में आकर गेंदबाजों ने सेंचुरी बनाई।
ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल मुकबला तमिल नाडु और मुंबई के बिच खेला जा रहा है।पहली पारी में तमिल नाडु को 146 रन के स्कोर पर ढेर करने के बाद ख़राब शुरुआत के बावजूद बड़ी बढ़त हासिल कर ली।106 रन के स्कोर पर मुंबई ने अपने 6 विकेट गवा दिए थे लेकिन इसके बाद भी स्कोर 350 रन के पार पहुंच गया।9 विकेट गिरने के बाद दूसरे दिन मुंबई ने 353 रन बना लिए थे।शार्दुल ठाकुर ने 9 वे नबर पर आकर जबरदस्त सेंचुरी बनाई जबकि तनुष कोटियां लगातार दूसरे शतक के नजदीक थे।
9,10 और 11 नबर पर शतक
क्वाटर फ़ाइनल में बड़ोदा के खिलाफ निचले कर्म में खेलने उतरे 10 वे और 11 नबर पर आकर सेंचुरी थोड़ी थी।अब 9 वे नबर पर शार्दुल ठाकुर का शतक देखने को मीला।इस तरह से मुंबई की टीम के निचले कर्म के आखिरी तीन बेटर ने शतक लगाया।बड़ोदा के खलाफ तनुष कोटियां 120 रन की नाबाद पारी खेली थी जबकि 11 वे नबर पर तुषार देशपांडे ने 123 रन बनाए थे।
मुंबई ने जीती सबसे ज्यादा रणजी ट्रॉफी
रणजी ट्रॉफी में मुंबई की टीम का बोलबाला देखने को मीला है।इस टुर्नाम्नेट को सबसे ज्यादा 41 बार इस टीम ने अपने नाम किया है। 2021 -22 में भी टीम ने फ़ाइनल का सफर तय किया था।मध्य प्रदेश की टीम ने 6 विकेट से मैच जीतकर ट्रॉफी अपने नाम की थी।