उत्तर प्रदेश और बिहार के किसानो के लिए अच्छी खबर है।अब गेहू की फसल बौने वालो को नुकसान होने की आशका कम रहेगी।किसानो को इस नुकसान से बचाने के लिए इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंडस्ट्री ने गेहू की नई वेराइटी खोजी है,जो इस वर्ष पहली बार किसानो को मिलेगा। इस तरह यूपी बिहार के गेहू बौने वाले किसानो की बल्ले बल्ले हो जाएगी।
वैज्ञानिक और गेहू के नए बीज की रिसर्च करने वाले ने जानकारी दी की उत्तर प्रदेश और बिहार गेहू की फसल बौने वाले किसान नुकसान की वजह से परेशान रहते है,कभी फसल में बीमारी लग गयी हो कभी समय से पहले ही तापमान बढ़ गया या अन्य की वजह होती है ,जिससे खामियाजा किसानो को उठाना पड़ता है।
किसानो के लिए खोजै यह खास बीज
किसानो की इस तरह की परेशानी छुटकारा दिलाने के लिए दोनों प्रदेशो की जलवायु के मुताबित एचडी 3388 बीज खोजै गया है।इसकी खासियत यह है की सामान्य गेहू के मुकाबले इसका दाना काफी बड़ा है ,जिससे किसानो को अच्छी कीमत मिल सकती है।इसके अलावा इसमें बीमारी लगने की आशंका भी कम रहेगी।इस तरह नया बीज किसनओ के लिए वरदान साबित होगा।नए बीज से गेहू की पैदावार भी बढ़ेगी। इसकी पैदावार 6 टन प्रति हेक्टेयर तक होगी।इसका दाना साफ होगा और खाने में सामने गेहू क तुलना में बेहतर स्वाद वाला होगा।
बीज को किसानो तक पहुंचाने के लिए यूपी और बिहार की बीज कम्पनियो के साथ एमओयू साइन करेगा,जिसके बाद किसानो को इन्ही कंपनियों के आउटलेट पर बीज उपलब्ध होगा।बिहार में रहने वाले किसान पूसा बिहार से भी बीज ले सकते है।इसके अलावा राष्टीय बीज निगम के आउटलेट से भी बीज लिया जा सकता है।इस तरह बीज के लिए भी किसानो को इधर उधर भटकना नहीं होगा।