Small Saving Scheme: सरकार ने PPF, सुकन्या समृद्धि जैसी गारंटीड रिटर्न वाली छोटी बचत योजनाओं की नई ब्याज दरों का एलान कर दिया है। इन स्कीम्स में निवेश करने वालों को कितना फायदा मिलेगा, जानने के लिए नीचे पढ़ें पूरी डिटेल।
अगर आप पीपीएफ (Public Provident Fund), सुकन्या समृद्धि योजना, सीनियर सिटिजन्स सेविंग स्कीम, टर्म डिपॉजिट, या पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) जैसी छोटी बचत योजनाओं में निवेश करते हैं, तो आपके लिए एक अहम खबर आई है। सरकार ने अप्रैल-जून 2025 तिमाही के लिए इन योजनाओं की नई ब्याज दरों की घोषणा कर दी है, लेकिन इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।
लगातार पांचवीं बार ब्याज दरों में स्थिरता
सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों को लगातार पांचवीं बार जस का तस बनाए रखा है। यानी पीपीएफ, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC), सुकन्या समृद्धि योजना और पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम्स पर निवेशकों को पहले की तरह ही ब्याज मिलता रहेगा।
क्यों नहीं हुआ ब्याज दरों में बदलाव?
महंगाई और मौजूदा आर्थिक हालात को देखते हुए सरकार ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है। चूंकि RBI ने भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया, इसलिए सरकार ने इन योजनाओं की ब्याज दरों को स्थिर रखने का निर्णय लिया है।
कब तय होती हैं ब्याज दरें?
सरकार हर तीन महीने में ब्याज दरों की समीक्षा करती है और अगर जरूरी समझती है तो इनमें बदलाव करती है।
अप्रैल-जून 2025 तिमाही के लिए ब्याज दरें:
योजना का नाम | ब्याज दर |
---|---|
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) | 7.1% |
सुकन्या समृद्धि योजना | 8.2% |
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) | 7.7% |
किसान विकास पत्र (KVP) | 7.5% (115 महीने में मैच्योर) |
पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट | 4% |
मंथली इनकम स्कीम (MIS) | 7.4% |
तीन साल की फिक्स्ड डिपॉजिट | 7.1% |
कब से लागू होंगी ये दरें?
वित्त मंत्रालय के अनुसार, ये ब्याज दरें 1 अप्रैल 2025 से 30 जून 2025 तक प्रभावी रहेंगी। यानी इस अवधि में अगर आप इन योजनाओं में निवेश करते हैं तो आपको इन्हीं दरों पर ब्याज मिलेगा।
छोटी बचत योजनाएं वरिष्ठ नागरिकों, मध्यम वर्ग और सुरक्षित निवेश चाहने वालों के लिए बेहतरीन विकल्प हैं। सरकार द्वारा ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने से निवेशकों को मौजूदा स्थिर रिटर्न मिलता रहेगा।