Smart City Project 2025: हरियाणा के लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है. राज्य के शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने हिसार, पंचकूला, पानीपत, रोहतक, सोनीपत, अंबाला और यमुनानगर को स्मार्ट सिटी परियोजना में शामिल कर लिया है. इसका मतलब है कि अब इन शहरों के नागरिकों को आधुनिक और डिजिटल सुविधाओं से युक्त जीवन मिलेगा.
हर शहर में लगेंगे 1000 CCTV कैमरे
सरकार की योजना के तहत इन 7 शहरों को स्मार्ट और सुरक्षित बनाने के लिए कुल ₹150 करोड़ रुपये की लागत से यह प्रोजेक्ट लागू किया जाएगा. प्रत्येक शहर में 1000 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जो ट्रैफिक से लेकर आपराधिक घटनाओं की निगरानी करेंगे. यह परियोजना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा एनालिटिक्स से संचालित होगी.
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के 9 बड़े फायदे
इस योजना के तहत नागरिकों को निम्नलिखित नौ प्रमुख सुविधाएं प्राप्त होंगी:
एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट
अब ट्रैफिक का होगा स्मार्ट नियंत्रण. जाम से मिलेगी राहत और सफर होगा सुगम.
नागरिक सेवाओं की निगरानी
शहर की बुनियादी सुविधाएं जैसे पानी, लाइट, सफाई आदि की निगरानी होगी रीयल टाइम पर.
चिकित्सकीय संसाधनों की निगरानी
अस्पतालों, एंबुलेंस और मेडिकल संसाधनों की उपलब्धता का डेटा अब डिजिटल रूप से ट्रैक होगा
अपराध नियंत्रण में मदद
सीसीटीवी कैमरों से अपराध पर नियंत्रण संभव होगा. असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर होगी पैनी नजर.
ई-चालान और AI आधारित अलर्ट सिस्टम
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ई-चालान प्रणाली लागू होगी. जिससे ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा सकेगा.
इमरजेंसी अलर्ट और घटना प्रबंधन
आपदा या किसी घटना के दौरान त्वरित सूचना और रेस्पॉन्स के लिए अलर्ट सिस्टम तैयार किया जाएगा.
वॉटर और एयर क्वालिटी की रियल टाइम जानकारी
नागरिक अब जान सकेंगे कि उनके इलाके में पानी और हवा की गुणवत्ता कैसी है. यह पर्यावरण सुधार में सहायक होगा.
कचरा प्वाइंट्स की निगरानी
कचरे के अड्डों और निस्तारण केंद्रों की सफाई और प्रबंधन अब सीसीटीवी कैमरों और डिजिटल रिपोर्टिंग से ट्रैक किया जाएगा.
शहर की डिजिटल सुरक्षा
पूरे शहर को एक सेंट्रल कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा. जिससे पूरे सिस्टम की रीयल टाइम निगरानी होगी
स्मार्ट सिटी योजना से रोजगार और सेवाओं को मिलेगा बढ़ावा
इस योजना से न केवल नागरिकों को आधुनिक सुविधा मिलेगी. बल्कि तकनीकी दक्षता वाले युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी खुलेंगे. साथ ही शहरों का इंफ्रास्ट्रक्चर और जीवन गुणवत्ता भी बेहतर होगी.