Gold silver price : सोने की कीमतों में आए दिन उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। आज भी सोने की कीमतों में बड़ा बदलाव आ रहा है। हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि इस सप्ताह सोने और चांदी की चाल कैसी रहने वाली है। खबर में जानिये एक्सपर्ट्स द्वारा दी गई जानकारी के बारे में।
सोने की कीमतों में अब एक बड़ा बदलाव दर्ज किया जा रहा है। जहां एक ओर दीवाली से पहले सोने की कीमतों में तेजी दर्ज की जा रही थी, वहीं अब एक बार फिर से सोने की कीमतों (Gold Price Fall) में गिरावट आ रही है। ऐसे में एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें बताया गया है कि इस सप्ताह सोने और चांदी की चाल कैसी रहने वाली है। आइए जानते हैं इस बारे में।
सोने की कीमतों में जबरदस्त गिरावट
लगातार पिछले कुछ माहों से सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी आ रही थी, वहीं अब सोने की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। पिछले एक सप्ताह के अंदर ही सोने की कीमत में 6 प्रतिशत तक की गिरावट (Gold Price Update) आई है। एक्सपर्ट का मानना है कि अगले हफ्ते घरेलू बाजार में सोने की कीमतें स्थिर रहने वाली है।
निवेशकों द्वारा केंद्रीय बैंकों की अहम बैठकों और वैश्विक व्यापार घटनाओं का इंतजार किया जा रहा है। इसके अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व (Fed) की नीति और चेयर जेरोम पॉवेल के बयान पर भी निवेशकों (Gold Investment Tips) की नजरें टिकी हुई है। वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की दक्षिण कोरिया में बैठक और यूरोपीय सेंट्रल बैंक की नीति समीक्षा भी सोने की कीमतों परी गहरा प्रभाव डाल सकती है।
इस वजह से लुढ़की सोने की कीमत
हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार सोने की कीमतें दस सप्ताह में पहली बार लाल निशान पर आकर बंद हुई है यानी सोने की कीमतों में गिरावट आई है। सोने की कीमतों (Gold Price Fall) में गिरावट की वजह हाल की ऊंचाइयों पर प्रॉफिट-बुकिंग, भारत और चीन में भौतिक मांग में कमी और मजबूत अमेरिकी डॉलर को बताया जा रहा है।
पिछले सप्ताह के अंत में भारत में सोने की डिमांड में कमजोर दर्ज की गई है। इसका कारण ये है कि खरीदारों ने कीमतों में और गिरावट की उम्मीद में खरीदारी को कम करना शुरू कर दिया है। MCX (Gold Price On MCX) पर दिसंबर डिलीवरी वाले सोने की वायदे 3,557 रुपये यानी 2.80 प्रतिशत गिरकर बंद हुए। इसके अलावा, चीन और सिंगापुर में कम कीमतों ने खरीदी को बढ़ावा दे दिया है।
एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों में कुछ नरमी दर्ज की गई है। भारत और अमेरिका की व्यापार वार्ता से भी सकारात्मक संकेत मिलते नजर आ रहे हैं। इसकी वजह से गोल्ड (Gold Investment Tips) जैसे सुरक्षित निवेश की डिमांड में कमी दर्ज की जा रही है और कीमतें नीचे आती दिख रही है। वैश्विक स्तर पर Comex सोने के वायदे 75.5 डॉलर यानी 1.8 प्रतिशत तक कम हो गए है।
आने वाले समय में इस रेट मिलेगा सोना
पिछले सप्ताह की शुरुआत में ही सोने ने प्रति औंस 4,398 डॉलर (Gold Price in Dollar) का रिकॉर्ड को टच कर दिया था। हालांकि, मंगलवार को यह 266.4 डॉलर यानी 6.11 प्रतिशत तक नीचे आ गया है। जोकि पिछले दशक की सबसे बड़ी एक-दिन की गिरावट दर्ज की गई है।
Emkay Global की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोने में ये सबसे तेज एक-दिन की गिरावट दर्ज की गई थी। निवेशकों ने लंबे समय की रिकॉर्ड रैली (Gold Price Update latest) के बाद प्रॉफिट को ले लिया है। तकनीकी बिकवाली की वजह से कीमतें 4,300 डॉलर से ऊपर टिक नहीं पा रही है।
गोल्ड एक्सपर्ट ने बताया कि सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट अमेरिकी फेड की रेट कट की उम्मीद और वित्तीय कमजोरियों की चिंता से आ रही है। इसके अलावा सोने के लिए लॉन्ग (Gold Investment) टर्म नजरिया बुलिश होते दिख रहे हैं। अमेरिकी घाटे की निरंतरता, केंद्रीय बैंकों का डॉलर से डायवर्सिफिकेशन और भू-राजनीतिक जोखिम सोने को सपोर्ट करते हैं।
चांदी का ये है हाल
चांदी की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। इसका कारण प्रॉफिट-बुकिंग को बताया जा रहा है। MCX पर दिसंबर डिलीवरी वाली चांदी के वायदे 9,134 रुपये यानी 5.83 प्रतिशत तक कम हो गए है। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी (Silver Price Today) के वायदे पिछले सप्ताह 3.02 प्रतिशत तक कम हुए है। 17 अक्टूबर को चांदी ने 53.76 डॉलर प्रति औंस के आंकड़े को पास कर लिया है। हालांकि 21 अक्टूबर को 47.12 डॉलर पर जाकर 8 प्रतिशत से अधिक की गिरावट (Gold Price Fall) देखने को मिली है। जोकि 2021 के बाद सबसे बड़ी एक-दिन की गिरावट रही थी।
गोल्ड एक्सपर्ट के मुताबिक चांदी ने सोने की कमजोरी को प्रदर्शित किया है। चांदी की कीमत में लगभग 9 प्रतिशत तक की तेज गिरावट आई है। सट्टेबाजी के बढ़ने और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड (US bond yields) मजबूत होने की वजह से बिकवाली में भी देजी देखने को मिली है। इसके अलावा, चांदी का लॉन्ग टर्म बेस मजबूत होता नजर आ रहा है। वहीं सोलर फोटोवोल्टिक और इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर से बढ़ती इंडस्ट्रियल डिमांड भी इसको सपोर्ट कर रही है।
सोना चांदी मार्केट से ये हैं संकेत
गोल्ड की रिटेल डिमांड कमजोर होती दिख रही है। इसकी वजह से निवेशकों को लग रहा है कि आने वाले दिनों में सोने चांदी की कीमतों में और भी ज्यादा गिरावट आने वाली है, जिसकी उम्मीद में निवेशक (Gold Investment Tips) सोने चांदी की खरीदी नहीं कर रहे हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि गिरावट की वजह से त्योहारों और शादी के मौसम में खरीदारी फिर से बढ़ती दिख सकती है। चांदी की कीमतें स्थिर होने पर 1,51,000-1,59,900 रुपये प्रति किलोग्राम तक वापिस आ सकती हैं।
वहीं कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगले 8-12 महीनों के अंदर चांदी की कीमत USD 60 प्रति औंस तक पहुंच सकती है। ऐसे में अगर निवेश और औद्योगिक मांग में मजबूत बनी रहती है तो सोने की कीमतों (Sone ki kemat) में गिरावट आना निश्चित है। एक्सपर्ट का मानना है कि निवेशक वैश्विक नीति निर्णयों का इंतजार कर रहे हैं। वहीं बुलियन मार्केट अस्थिर रह सकता है, हालांकि ज्यादातर रेंज-बाउंड रहने की उम्मीद है। जिसका मतलब है कि सोने और चांदी की कीमतों (Silver Price Update) में गिरावट एक दायरे में ही रहने वाली है।
