Stock Market : शेयर बाजार के निवेशकों और ट्रेडर्स के लिए यह सवाल बेहद अहम है कि क्या मौजूदा गिरावट जारी रहेगी। आइए विस्तार से समझते हैं कि मौजूदा आर्थिक और बाजार परिवेश में यह गिरावट क्यों हो रही है और आगे क्या संभावनाएं हो सकती हैं।
US Federal Reserve का Interest Rate फैसला
हाल ही में US Federal Reserve ने अपने interest rate को 0.25% घटाया है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि अगले साल केवल 2 बार ही rate cuts किए जाएंगे। यह इस बात का संकेत है कि अमेरिका में inflation को लेकर अब भी चिंता बनी हुई है।
Interest Rate और Equity Market का संबंध
Economic theory और practical observation से यह साबित होता है कि जब interest rates तेजी से घटते हैं, तो equity markets बेहतर प्रदर्शन करते हैं। लेकिन जब rate cuts की गति धीमी हो जाती है, तो markets आमतौर पर flat रहते हैं या उनका performance उतना मजबूत नहीं होता।
Dollar Index का प्रभाव
Dollar Index और interest rates के बीच एक गहरा संबंध है। जब interest rates बढ़ते हैं, तो dollar मजबूत होता है। मजबूत dollar का global equity markets पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, खासकर emerging markets जैसे भारत।
डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल से अब तक Dollar Index लगातार मजबूत हो रहा है। इसका असर Indian equity markets पर भी दिखा है।
Nifty और Dollar Index का संबंध
मार्केट एक्सपर्ट्स ने अपने analysis में बताया कि Dollar Index जब भी uptrend में होता है, तो Nifty और अन्य emerging market indices में गिरावट देखी जाती है। वर्तमान में Dollar Index ने 108 के स्तर को छुआ है, जो कि equity markets के लिए चिंता का विषय है।
Nifty के Critical Levels
अभी Nifty लगभग 23,900 के आसपास है, जो इसके critical levels में से एक है। यदि यह 23,680 के नीचे जाता है, तो यह एक bearish signal होगा। ऐसे में short-term traders को सतर्क रहना चाहिए।
निवेशकों के लिए सलाह
- Selective Stock Picking: मौजूदा हालात में केवल उन्हीं stocks में निवेश करें जिनका quarterly performance मजबूत है।
- Avoid Nifty and Bank Nifty Trading: Part-time traders को Nifty और Bank Nifty में trading से बचने की सलाह दी जाती है।
- Cash Reserve बनाए रखें: यदि market volatility आपको डराती है, तो बेहतर है कि आप अधिक cash reserve रखें।
किन Stocks में करें फोकस?
- Fundamental रूप से मजबूत कंपनियां जिनका quarterly performance अच्छा है।
- ऐसी कंपनियां जिनका पिछले quarters का प्रदर्शन कमजोर था लेकिन इस quarter में improvement दिखाया है।
Stock Selection Tool का उपयोग
मार्केट एक्सपर्ट्स ने विभिन्न tools का उपयोग करने की सलाह दी है। जहाँ आप अपने लिए customized scans बना सकते हैं और उन stocks की पहचान कर सकते हैं जो market के वर्तमान दौर में भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
निष्कर्ष
मौजूदा market परिस्थितियों में निवेशकों को बेहद सतर्क रहकर निवेश करना चाहिए। Dollar Index का uptrend और Nifty के critical levels market में गिरावट का संकेत दे रहे हैं। ऐसे में, selective stock picking और disciplined trading ही निवेशकों को इस volatility से बचा सकती है।
डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है।