Success Story: कहतें हैं कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। इस कहावत को सच कर दिखाया है शैलेश कुमार ने। जिन्होंने कभी मुश्किलों के सामने घुटने नहीं टेके। कभी फ्लिपकार्ट में डिलीवरी बॉय का काम करने वाले शैलेश ने आज करोड़ों की कंपनी खड़ी कर दी।
आज हम आपको ऐसे शख्स से मिलाने जा रहे हैं जिन्होंने मुश्किलों के सामने कभी घुटने नहीं टेके। उनका नाम शैलेश कुमार है। वह बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने 2018 में CABT लॉजिस्टिक्स की नींव रखी थी।
शैलेश को अपने पेशेवर सफर में कई शुरुआती असफलताओं का सामना करना पड़ा। लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी। आज उनकी कंपनी करोड़ों की बन चुकी है। आइए, यहां शैलेश की सफलता के बारे में जानते हैं।
एक कमरे के घर में पले-बढ़े
शैलेश कुमार पांच लोगों के साथ एक कमरे के घर में पले-बढ़े। उनके तीन भाई-बहन थे। उन्हें समझ में आ गया था कि शिक्षा ही उनके जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की एकमात्र कुंजी है।
उनके पिता की मासिक आय 1,400 रुपये थी। शैलेश कुमार का जन्म 1986 में हुआ था। वह कपिल देव की अगुआई वाली भारतीय क्रिकेट टीम की कहानी सुनते हुए बड़े हुए जिसने 1983 में विश्व कप जीता था।
आईआईटी की तैयारी के लिए कोटा गए
अपनी शुरुआती शिक्षा पूरी करने के बाद शैलेश कुमार आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा चले गए। हालांकि, वह इसमें सफल नहीं हुए। इसके बाद शैलेश वापस बिहार लौट आए और अन्य इंजीनियरिंग परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी।
पिता के कहने पर उन्होंने पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। 2011 में कुमार ने बीटेक की डिग्री हासिल की। उनकी अगली चुनौती ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) पास करना था। इसे वह पास करने में कामयाब रहे। लेकिन, दुर्भाग्य से उज्ज्वल भविष्य के दरवाजे बंद रहे। खराब अंक और कम रैंक ने संकेत दे दिया था कि उन्हें फिर से शुरुआत करनी होगी।
फ्लिपकार्ट में डिलीवरी बॉय की नौकरी
शैलेश को धीरे-धीरे समझ आने लगा कि उनके लिए कहीं और ही रास्ता है। कई छोटे-मोटे काम करने के बाद 2017 में उन्होंने फ्लिपकार्ट ज्वाइन की। वह यहां डिलीवरी बॉय थे। कंपनी से मिले अनुभव लेकर उन्होंने इसके एक साल बाद ही अपनी खुद की कंपनी CABT लॉजिस्टिक्स शुरू कर दी।
कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद CABT ने फ्लिपकार्ट पर केंद्रित मॉडल से ग्राहकों की अधिक विविध श्रेणी की सेवा करने के लिए खुद को बदल लिया। वित्त वर्ष 2019-20 में जिस कंपनी का रेवेन्यू 1.7 करोड़ रुपये था, वही वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 159.22 करोड़ रुपये हो गया।
23 राज्यों में कंपनी का नेटवर्क
CАВТ ने शुरुआत में कुछ शहरों पर फोकस किया। अब यह 23 राज्यों में 2,000 कर्मचारियों और 12,000 पिन कोड को कवर करने वाले विशाल नेटवर्क के साथ काम करती है। CABT को एक शीर्ष इंट्रा-सिटी लॉजिस्टिक्स फर्म के रूप में मान्यता प्राप्त है। कंपनी प्रतिदिन 20 लाख ऑर्डर संभालती है। CABT की सफलता का श्रेय शैलेश कुमार के फ्लेक्सिबल और रणनीतिक व्यावसायिक बदलावों को दिया जाता है।