Bihar Flood: उफान पर कोसी! सुपौल में प्रशासन का हाई अलर्ट, बराज के सभी 56 फाटक उठाए, बिहार में आ सकता है प्रलय
नेपाल में मूसलाधार बारिश के कारण कोसी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है, जिससे कोसी क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन ने सभी 56 फाटक खोल दिए हैं ताकि पानी को सही ढंग से प्रवाहित किया जा सके। स्थानीय अधिकारियों ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। Bihar: नेपाल में हुई भारी वर्षा के कारण नदियों, विशेष रूप से कोसी नदी, के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हो गई है। आज कोसी का डिस्चार्ज 6,81,000 क्यूसेक तक पहुंचने का अनुमान है। इस भारी डिस्चार्ज के कारण बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, जिससे स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है। प्रशासन ने सभी आवश्यक उपाय किए हैं ताकि किसी भी संभावित आपात स्थिति से निपटा जा सके। कोसी में हाई अलर्ट कोसी क्षेत्र में प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है, क्योंकि कोसी बराज से डिस्चार्ज 494,210 क्यूसेक तक पहुंच गया है। इस स्थिति के मद्देनजर, बराज के सभी 56 फाटक उठा दिए गए हैं। अभियंताओं के अनुसार, फिलहाल बराज पर कोई खतरा नहीं है, लेकिन कोसी तटबंध की निगरानी लगातार की जा रही है। स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है, ताकि किसी भी संभावित बाढ़ के खतरे से बचा जा सके। कोसी नदी का बढ़ा जलस्तर कोसी नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण प्रशासन ने तटबंध के भीतर बसी आबादी को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। इसके लिए रात भर माइकिंग कराई गई है, ताकि लोग ऊंचे और सुरक्षित स्थानों पर शरण ले सकें। इस वर्ष कोसी नदी 1968 के बाद एक बार फिर रिकॉर्ड स्तर पर जल छोड़ने की तैयारी में है, जब अक्टूबर 1968 में बराज का डिस्चार्ज 7,88,000 क्यूसेक तक पहुंचा था। इस बार भी इतने बड़े पैमाने पर पानी छोड़े जाने से स्थानीय लोगों में भय व्याप्त है। प्रशासन ने दी चेतावनी प्रशासन ने चेतावनी दी है कि कोसी नदी का जलस्तर खगड़िया और इसके बाद नवगछिया और कटिहार में कल दोपहर तक असर दिखा सकता है। इसके अलावा, नेपाल से आने वाली अन्य नदियों जैसे महानंदा, मेची, कनकई और रतुआ का जलस्तर भी बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो रहे हैं। इस स्थिति के कारण लोग पलायन कर रहे हैं। कमला नदी के जलस्तर में भी बढ़ोत्तरी…