हमारे देश में किसानों (Farmers) को अपनी फसल को पकाने के लिए कई तरह की चुनौतियों का सामना हमेशा से करते आए हैं और आगे भी ऐसा लगता है कि करते रहेंगे लेकिन सरकार के द्वारा कई तरह की ऐसी योजनाएं जिसमें किसानों को अपनी फसल में होने वाले नुकसान से बचाव में राहत मिलेगा।
Tarbandi Yojana Subsidy 2025 Update
किसानों को अपनी फसल में अचानक से मौसम (Weather) में बदलाव के चलते आंधी, तूफान, बारिश व ओलावृष्टि से नुकसान होता है। तो कभी उनको सूखा से नुकसान होता है। इसके अलावा किसानों को उनकी फसल में कीट रोग व आवारा पशु से भी बचाना पड़ता।
Tarbandi Yojana Subsidy 2025 Update: किसानों को अपने खेत से फसल (Crop) को निकालने के बाद कृषि उपज मंडी में सुरक्षित पहुंच जाने पर किसानों को कहीं ना कहीं संतुष्टि होती है कि उनकी फसल का सही से कीमत प्राप्त हुआ। किसानों को अपनी फसल को खेतों में सुरक्षित रखना हमेशा से ही चुनौतियां भूरा बना रहा है। और इसको सुरक्षित करना बहुत जरूरी है विशेष कर आवारा पशुओं से किसानों को दिन और रात दोनों ही समय निगरानी करना पड़ता है इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार के द्वारा किसानों को सहायता किया जाता।
ऐसे में किसानों के लिए बताना चाहेंगे कि सरकार के द्वारा दी जा रही तारबंदी योजना में सब्सिडी (Tarbandi Yojana) का लाभ लेकर किसान अपनी फसल को सुरक्षित कर सकते हैं। ऐसे में इस योजना को किस तरह से लाभ उठाया जा सकता है और इसका आवेदन से जुड़ी हुई पूरी प्रक्रिया क्या रहेगी आइए जानते हैं पूरी डिटेल में…
तारबंदी योजना को लेकर बजट बनाया
किसानों को अपनी फसल बचाव में आवारा पशुओं से बचना बहुत आवश्यक जिसको लेकर राजस्थान प्रदेश (Rajasthan) सरकार के द्वारा 444 करोड रुपए तारबंदी के लेकर बजट तैयार किया गया है। जिसके चलते किसानों को सब्सिडी योजना के माध्यम से बाडाबंदी करवा पाएंगे
राजस्थान प्रदेश के किसानों के द्वारा बोई गई फसल में अक्सर आवारा पशुओं के द्वारा अधिक नुकसान होता है। क्योंकि आवारा पशुओं का झुंड एक साथ खेत में आता है और फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर देता है।
देश के अलग-अलग राज्यों के सरकार की ओर से आवारा पशुओं को नियंत्रित करने के लिए कई तरह की कदम उठाए जाते रहे हैं और हाल ही के समय के दौरान राजस्थान प्रदेश सरकार की ओर से भी आवारा पशुओं को फसल से बचाव में पूरी कोशिश किया गया है। राजस्थान प्रदेश में सरकार के द्वारा किए गए इस कदम को लेकर किसानों ने अच्छा बताया है और काफी राहत वाला किसानों के लिए रहेगा।
राजस्थान सरकार के द्वारा मिल रही सब्सिडी
बता दें कि राजस्थान सरकार की ओर कहा गया है कि खेती को बचाने की आवश्यकता इसके लिए मवेशियों को खेतों में नहीं घुसे जिसके लिए खेत के साइड में बाड़ लगाया जाना चाहिए। इसके लिए राज्य सरकार की तरफ से किसानों को बाड़ लगाने के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है और सब्सिडी दिया जाने की सुविधा दिया जा रहा है। खेतों में बाड लगने के बाद आवारा पशुओं से खेत में जाने से रोका जा सकता है।
सब्सिडी के लिए क्या क्या नियम है?
राजस्थान सरकार की ओर से फेंसिंग योजना के माध्यम से प्रदेश के अनुसूचित जनजाति से जो किसान हैं उनके लिए कम से कम सीमा 0.50 हेक्टेयर तय किया है। वही जो किसान सामान्य वर्ग से आते हैं उनके लिए कम से कम 1.5 हेक्टेयर भूमि की सीमा में फेंसिंग करवा सकते हैं।
इसके अलावा किसानों को 1 स्थान पर 1.5 हेक्टेयर भूमि है वो फेसिंग योजना का फायदा उठा पाएंगे। वहीं अगर किसानों का समूह 10 के अधिक का है तो समूह में फेंसिंग करने के इच्छुक हैं तो बनाए गए समूह के पास 5 हेक्टेयर कृषि योग्य जमीन होना आवश्यक है।
आखिर कितना मिलेगा किसानों को अनुदान
योजना में 1 किसान के लिए सब्सिडी 400 रनिंग मीटर तक दिया जाएगा। वहीं इसके अलावा किसानों को अलग अलग कैटेगरी निर्धारित किया गया है। प्रदेश के जो किसान छोटे व सीमांत है उनको 60% सब्सिडी दिया जाएगा। वही जो किसान सामान्य वर्ग से आते हैं उनको 50% सब्सिडी का लाभ मिलेगा। किसानों को अपने खेत में तारबंदी योजना के लाभ के लिए ऑनलाइन वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।
किसान के बैंक खातों में सीधा मिलेगा राशि
किसान के द्वारा आवेदन करने के पश्चात इस योजना से जुड़े सहायक कृषि अधिकारी या फिर कृषि पर्यवेक्षक मौके पर पहुंच कर कार्य का सत्यापन किया जाएगा। जिसके पश्चात मेडबंदी का भौतिक सत्यापन होने व जांच के बाद से किसानों के बैंक खातों में अनुदान राशि जमा किया जाएगा।
किसानों को मिल रही अनुदान राशि बैंक खातों में डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर से डाला जाएगा। वहीं इस योजना में धार्मिक ट्रस्ट, चारागाह भूमि व सरकारी संस्थाओं के लोगों को बाहर किया गया है।