सबसे पावरफुल टाटा का 10kW सोलर सिस्टम
आज के समय में सोलर पैनल का उपयोग तेज़ी से बढ़ रहा है। सोलर सिस्टम नागरिकों को सोलर एनर्जी का उपयोग करने और इसे इलेक्ट्रिकल एनर्जी में बदलता है जो लॉन्ग-टर्म, सस्टेनेबल पावर सोल्यूशन प्रोवाइड करता है। सोलर सिस्टम में सोलर पैनल सोलर एनर्जी को डायरेक्ट करंट (DC) में कन्वर्ट करके काम करते हैं।
सोलर सिस्टम द्वारा जनरेट की गई बिजली एनवीरोंमेन्टली-फ्रेंडली होती है जिससे कोई प्रदूषण नहीं होता। इसी वजह से सरकार भी सोलर सिस्टम की इंस्टालेशन को इन्सेन्टिवाइस करने के लिए सब्सिडी प्रोवाइड करती है। इस आर्टिकल में हम टाटा का सबसे बड़ा 10kW सोलर सिस्टम के बारे में बात करेंगे और जानेंगे इसे इंस्टॉल करने में कितना खर्चा आता है।
टाटा 10kW सोलर सिस्टम
टाटा से 10kW सोलर सिस्टम लगवाने से पहले अपने डेली पावर के लोड की जानकारी लेनी ज़रूरी है। अगर आपका घर का डेली पावर लोड 40 से 50 यूनिट बिजली की कंसम्पशन करता है तो 10 किलोवाट का सोलर सिस्टम अच्छा रहेगा। यह सिस्टम अच्छे मौसम की स्थिति के आधार पर हर दिन 40 से 50 यूनिट बिजली जनरेट कर सकता है। सोलर पैनल डायरेक्ट करंट के फॉर्म में बिजली जनरेट करते हैं जिसे फिर सोलर इन्वर्टर का उपयोग करके अल्टेरनेटिंग करंट में कन्वर्ट किया जाता है।
अगर आपके पास एक स्टैंडर्ड इन्वर्टर है तो इसे MPPT और PWM टेक्नोलॉजी में अवेलेबल सोलर चार्ज कंट्रोलर का उपयोग करके सोलर इन्वर्टर में कन्वर्ट किया जा सकता है। जनरेट की गई बिजली को स्टोर करने के लिए आप सोलर बैटरी का उपयोग कर सकते हैं। अगर आप सोलर बैटरी का उपयोग नहीं करना चाहते हैं तो आप अपने बिजली के बिलों को कम करने या खत्म करने के लिए ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम इंस्टॉल कर सकते हैं।
टाटा 10 किलोवाट सोलर सिस्टम के कॉम्पोनेन्ट
एक कंस्यूमर 10 किलोवाट का सोलर सिस्टम दो तरीकों से इंस्टॉल कर सकता है – ऑफ-ग्रिड और ऑन-ग्रिड। ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम में सोलर पैनल, सोलर इनवर्टर, सोलर चार्ज कंट्रोलर और सोलर बैटरी का इस्तेमाल होता है जबकि ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम में बैटरी का इस्तेमाल नहीं होता और इससे पैदा होने वाली बिजली को इलेक्ट्रिक ग्रिड के साथ शेयर किया जाता है।
टाटा 10kW सोलर सिस्टम लगाने की टोटल कॉस्ट
टोटल कॉस्ट समय, जगह और इंस्टॉलेशन साइट जैसे फैक्टर के आधार पर अलग-अलग हो सकती है।
10 किलोवाट सोलर पैनल (30 x 330 वाट) | ₹2,75,000 |
सोलर इन्वर्टर | ₹1,25,000 |
|सोलर बैटरी (150Ah x 10) | ₹1,50,000 |
एडिशनल कॉस्ट | ₹50,000 |
टोटल कॉस्ट | ₹6,00,000 |
10 किलोवाट सोलर सिस्टम के लिए सरकारी सब्सिडी
10 किलोवाट सोलर सिस्टम इंस्टॉल करते समय सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आप सरकारी योजनाओं के लिए अप्लाई कर सकते हैं। सोलर रूफटॉप योजना के तहत, 3 किलोवाट से कम कैपेसिटी वाले सोलर सिस्टम को 40% सब्सिडी मिलती है जबकि 3 किलोवाट से 10 किलोवाट के बीच के सिस्टम को 20% सब्सिडी मिलती है।
सोलर सब्सिडी के लिए क्वालीफाई प्राप्त करने के लिए सिस्टम को ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम के रूप में इंस्टॉल किया जाना चाहिए जहां जनरेट की गई बिजली ग्रिड के साथ शेयर की जाती है। इससे न केवल फाइनेंसियल बेनिफिट मिलता है बल्कि इंस्टालेशन कॉस्ट भी कम होती है।