Temples To Visit In New Year 2025: हर बार नया साल एक नई उम्मीद और सपने लेकर आता है. हर कोई चाहता है कि आने वाला साल 2025 भी उनके जीवन में खुशियां और समृद्धि लेकर आए. इस इच्छा को पूरा करने के लिए कई लोग साल के पहले दिन मंदिरों में माथा टेकने जाते हैं. शास्त्रों के अनुसार अगर किसी भी शुभ काम की शुरुआत भगवान की भक्ति से की जाए तो उसका बेहतरीन फल मिलता है. जीवन में धन-संपत्ति और तरक्की के साथ खुशियां आती हैं. नए साल की शुरुआत भी जीवन का नया अध्याय शुरू करने जैसा है. ऐसे में नए साल 2025 में आप भारत के इन खास मंदिरों के दर्शन भी कर सकते हैं. कहा जाता है कि यहां आने वालों की मुरादें कभी खाली नहीं जातीं.
नए साल पर जाएं सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई
मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर विश्व प्रसिद्ध है. आमतौर पर भी यहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन साल के पहले दिन यहां भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं. कहा जाता है जो भी बप्पा के दर पर आने वाले कभी खाली हाथ नहीं जाते. सिद्धिविनायक को भगवान गणेश का सबसे लोकप्रिय रूप माना जाता है. सिद्धिविनायक मंदिर के दर्शन मात्र से गणपति भक्तों की बड़ी से बड़ी समस्याएं पलक झपकते ही हल हो जाती हैं।
नए साल पर जाएं महाकाल मंदिर, उज्जैन
मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर को महाकाल नगरी के नाम से जाना जाता है। महाकाल को राजाओं का राजा माना जाता है। यह बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जिसे महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग कहा जाता है। नए साल का स्वागत करने के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु यहां भगवान महाकाल के दर्शन करने आते हैं। यहां होने वाली रोजाना भस्म आरती आकर्षण का केंद्र होती है। मान्यता है कि महाकाल बाबा के दर्शन से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
नए साल पर जाएं बांके बिहारी मंदिर, मथुरा
श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में ठाकुर श्री बांके बिहारी का मंदिर है। नया साल खुशियों से भरा हो और दुख-संकट नष्ट हों, ऐसी कामना के साथ यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त कान्हा के रूप में श्री बांके बिहारी जी के दर्शन करने के लिए जुटते हैं। कहा जाता है कि बांके बिहारी की पावन धरती पर आने वाला हर व्यक्ति पापों से मुक्त हो जाता है। वृंदावन का बांके बिहारी मंदिर रहस्य से भरा हुआ है। मान्यता है कि बांके बिहारी जी की मूर्ति में इतना आकर्षण है कि लोग उन्हें देखते ही उनकी ओर खिंचे चले आते हैं। भक्त श्री कृष्ण की भक्ति में डूबकर अपनी सुध-बुध खो बैठते हैं। साथ ही कान्हा को बुरी नजर से बचाने के लिए यहां मंदिर में उनकी मूर्ति के सामने एक पर्दा लगाया जाता है, जो हर दो मिनट में हिलता रहता है, ताकि कोई बांके बिहारी को घूर न सके।
नए साल पर जाएं सालासर बालाजी हनुमान मंदिर, राजस्थान
हजारों लोगों की आस्था, भक्ति और विश्वास का धार्मिक स्थल सालासर बालाजी मंदिर राजस्थान के चूरू जिले के सालासर गांव में है। यहां दाढ़ी-मूंछ वाले हनुमान जी की मूर्ति है। बालाजी मंदिर में आने वाले भक्तों की हर समस्या दूर हो जाती है। संकटमोचन हनुमान अपने सच्चे भक्तों के सभी संकट दूर करते हैं।