आम की फसल में तीन प्रकार के रोग तेजी से बढ़ाने की संभावना बढ़ गई है। भूंनगा, फल मक्खी, मिज । ये तीन प्रकार के किट तेजी से फसल को प्रभावित करते हैं जिसकी वजह से फसल तेजी से खराब होने लगती है। कृषि वैज्ञानिक शिवम सिंह ने इससे बचाव का उपाय बताया जानते हैं।
आम की फसल तैयार होने की कगार पर है
कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि आम की फसल तैयार होने की कगार पर है। लेकिन बदलते मौसम में तीन ऐसे किट है जो फसल का प्रभावित करना शुरू कर देते हैं। अगर इसे समय पर बचाया नहीं गया तो यह फसल को तेजी से खराब करने का यह कार्य करते हैं । यह एक ऐसा कीट है जो हजारों की संख्या में मच्छर की तरह पेड़ शाखा और फल पर चिपकता है जिससे फसल धीरे-धीरे खराब होने लगती है। यह कीट फसल के रस को पूरी तरह चूस कर खराब करता है इससे बचने के लिए ऐमिडाक्लोफाइड 17.8% का पेड़ पर स्प्रे करें और 15 से 20 दिन बाद थोमोमेक्थोसाइड 25% का छिड़काव पौधे पर करे जिससे 15 से 20 दिन बाद थोमोमेक्थोसाइड 25%और 15 से 20 दिन 20 दिन बाद में फॉर्म में मौत दो साइड 25% का छिड़काव कर पौधे पर करें जिससे किट से बचाव तेजी से होगा।
फल मक्खी ऐसा किट है जो फसल के तने और फल को खराब करने का कार्य करता है। यह फल में छेद कर देती है जिससे फल को तेजी से खराब होने का खतरा बन जाता है। इससे बचाव काफी आसान होता है। एक एकड़ भूमि में दो से तीन फल पक्की ट्रेप कार्ड लगा सकते हैं जिससे फल मक्खी के सभी के सभी कीट उससे चिपक कर खत्म हो जाते हैं। इसे रासायनिक दवा का छिड़काव करके बचाव किया जा सकता है।
लेमड़ा साइलो थिरीन- दवा का 1 लीटर पानी में घोलकर पौधे पर छिड़काव करें जिससे इसका बचाव संभव है।
मिज कीट से बचाव का उपाय
यह एक ऐसा कीट है जो पौधे की जड़ में जाकर पौधे को नुकसान पहुंचाना शुरू करता है। यह पौधे की जड़ में जाकर पौधे को नुकशान पहुंचना शुरू करता है। यह पुरे पौधे के साथ फल ,तने सभी चीजों को तेजी से नुकसान पहुंचाता है। इसका समय पर प्रबंध न होना किसानों के लिए काफी हानिकारक होता है। इससे बचाव के लिए पेड़ों की जड़ में फावड़े से गहरी खुदाई करें जिससे यह कीट खत्म हो सके। इसमें क्लारीपायट फॉस 200 ग्राम प्रति पौधे के हिसाब से डालें जिससे इसका बचाव संभव हो।
समय समय पर करे फसल की जाँच
कृषि वैज्ञानिक शिवम सिंह ने बताया कि समय-समय पर किसान भाई अपने खेतों में पहुंचकर समय-समय पर कीट को देखते रहे। अगर किसी भी प्रकार का ketखेत में दिखाई दे तुरंत उसका प्रबंध करें किसी भी जरूरी जानकारी के लिए निशुल्क कृषि विज्ञान केंद्र पहुंचकर जानकारी लेसकते हैं।