Today Gold Price : सोने के दामों में तेजी बरकरार है। सोने के दाम सर्राफा बाजार और एमसीएक्स दोनों जगह एक लाख के पार चल रहे हैं। सोने के दामों ने सोमवार को फिर से सोने के दामों ने रिकॉर्ड बना दिया है। सोना एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। आइए जानते हैं आगे सोने के दाम क्या रहेंगे-
सोना इस साल ऐतिहासिक रूप से बढ़ रहा है। सोने के दाम कभी तेजी से बढ़ रहे हैं तो कभी कभी बीच में बड़ी गिरावट भी आ रही है। सोने के दामों में ऊतार चढ़ाव की स्थिति चल रही है।
सोने के दाम इस साल एक अच्छी हाईट पर जा चुके हैं। एक लाख को पार कर चुके हैं। परंतु, एक लाख तो अभी कुछ भी नहीं है।
31 प्रतिशत सोने ने दिया रिटर्न
इस साल की शुरुआत से सोने के दाम 76 हजार के आसपा से शुरू हुए थे। 2025 की शुरुआत से अब तक सोने ने करीब 35% का रिटर्न दे चुका है। इससे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली संपत्तियों में सोना एक अच्छा विकल्प बना है। सोने के दाम (Gold Rate) लगातार बढ़ ही रहे हैं।
एमसीएक्स पर क्या चल रहे हैं सोने के दाम
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने के दाम नए कीर्तिमान पर पहुंच गए हैं। सोना सोमवार को 1,01,078 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच चुका है।
यह पहली बार है जब सोना घरेलू वायदा बाजार में एक लाख के पार ट्रेंड कर रहा है। इसकी बड़ी वजह वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव और घरेलू मुद्रा रुपये में कमजोरी है। वहीं, सर्राफा बाजार में भी सोने ने नई हाईट छू ली है।
क्यों बढ़े सोने के दाम
विशेषज्ञों के मुताबिक इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव से सोने की मांग बढ़ी है। निवेशकों को सुरक्षित हेवन यानी सुरक्षित निवेश के विकल्प के तौर पर सोने ने आकर्षित किया है।
एसएस वेल्थस्ट्रीट के संस्थापक सुगंधा सचदेवा ने बताया कि ईरानी ठिकानों पर इजरायली हमले ने सोने की कीमतों को बढ़ाने में बड़ी कीमत निभाई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोना 3,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है।
इस वजह से भी बढ़ी सोने की कीमत
सोने में तेजी का कारण डॉलर इंडेक्स में कमजोरी और भारतीय रुपये में गिरावट भी है। एलकेपी सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी ने बताया कि रुपया 60 पैसे गिरा है। यह 86.10 प्रति डॉलर पर पहुंच गया है। इससे आयातित सोने (Gold Rate) की लागत और बढ़ गई है। इससे घरेलू बाजार में सोना बढ़ गया है।
सोने के दाम बढ़ने का एक कारण यह भी
सोने में यह उछाल न केवल भू-राजनीतिक कारणों से है, बल्कि सट्टा गतिविधियों से भी जुड़ा है। जूलियस बेयर के शोध प्रमुख कार्स्टन मेनके के अनुसार हालिया उछाल का मुख्य कारण एल्गोरिथम ट्रेडिंग और सट्टा सौदे हैं, न कि वास्तविक मांग। उन्होंने यह भी कहा कि ऐतिहासिक रूप से सोना हमेशा भू-राजनीतिक संकटों में विश्वसनीय नहीं रहा है।
इतने चले जाएंगे सोने के दाम
2025 की शुरुआत से अब तक सोना जिस तेजी से बढ़ा है, यही तेजी बरकरार रहती है तो सोने के लिए एक लाख तो कुछ भी नहीं है। वेंचुरा सिक्योरिटीज के एनएस रामास्वामी ने कहा कि निकट भविष्य में सोने की कीमतें 1,02,000 रुपये तक जा सकती हैं।
जबकि बैंक ऑफ अमेरिका और गोल्डमैन का अनुमान है कि 2026 तक सोना 4,000 डॉलर प्रति औंस यानी एक लाख 20 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर जा सकती है। अस्थिर वैश्विक हालात और आर्थिक अनिश्चितता के बीच सोना 1 बार फिर निवेशकों के लिए सुरक्षित ठिकाना बनकर उभरा है। ( 17 june gold price )