Toll Plazza Price Hike: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के नए आदेश के अनुसार मेरठ से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के माध्यम से गाजियाबाद जाने वाले वाहन चालकों को अब अधिक टोल टैक्स का भुगतान करना पड़ेगा. 24 घंटे के दौरान आने-जाने का शुल्क अब 250 रुपये के बजाय 255 रुपये होगा. यह बदलाव सोमवार की रात 12 बजे से प्रभावी होगा, जिससे मेरठ से सराय काले खां तक जाने वाले वाहन चालकों पर वित्तीय बोझ बढ़ जाएगा.
एनएचएआई का आदेश और टोल दरों में बढ़ोतरी
काशी (परतापुर) टोल प्लाजा पर कार चालकों को पहले की तुलना में पांच रुपये अधिक शुल्क देना होगा, जिसकी नई दर 170 रुपये होगी. इस वृद्धि को एनएचएआई ने 5 से 10 प्रतिशत के बीच निर्धारित किया है, जिसे 1 अप्रैल से लागू करने का प्रस्ताव था. यह बढ़ोतरी दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वाले हर वाहन श्रेणी के लिए लागू होगी.
टोल दरें और वाहन श्रेणियाँ
इस वृद्धि के साथ, अप्रैल से फास्ट टैग धारकों को भी पांच रुपये की अतिरिक्त वापसी पर विचार किया जा रहा है. यह न केवल कार और जीप के लिए, बल्कि दो एक्सेल वाले ट्रक और बसों के लिए भी लागू होगा. टोल प्लाजा की व्यवस्था और शुल्क संरचना को सुधारने के लिए यह कदम उठाया गया है.
टोल प्लाजा पर सुविधाओं की कमी
हालांकि, टोल प्लाजा पर सुविधाओं की कमी एक चिंता का विषय है. बलरामपुर में स्थित टोल प्लाजा पर प्राथमिक उपचार और अन्य आपातकालीन सुविधाओं का अभाव है. वाशरूम में पानी की कमी और क्रेन की अनुपलब्धता जैसे मुद्दे यात्रियों के लिए असुविधा का कारण बनते हैं.
समाधान की दिशा में कदम
टोल प्लाजा के प्रबंधन ने उच्चाधिकारियों को इन समस्याओं की जानकारी दी है और सुधार के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. यात्रियों की सुरक्षा और संतुष्टि को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक मानक संचालन प्रक्रियाएं और बेहतर सुविधाएं लागू की जानी चाहिए.
यह विकास यात्रियों के लिए मिश्रित भावनाओं का स्रोत है, जहां एक ओर टोल शुल्क में वृद्धि हुई है, वहीं टोल प्लाजा पर उपलब्ध सुविधाओं में सुधार की आवश्यकता है. इसके उचित प्रबंधन से ही यात्रियों का विश्वास और संतुष्टि सुनिश्चित हो सकती है.