Toll Rules: अब FASTAG से मुक्ति, सरकार ने बदल दिया टोल सिस्टम। अब वाहनों को टोल प्लाजा पर तेज़ी से पार करने के लिए नए नियम लागू होंगे। टोल भुगतान के तरीके में बदलाव से वाहन चालकों को मिलेगा राहत, साथ ही सरकार का लक्ष्य बढ़ती ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करना है। जानें पूरी जानकारी नीचे।
केंद्रीय सरकार ने हाल ही में टोल भुगतान के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। FASTAG की जगह अब सैटेलाइट बेस्ड टोल सिस्टम को लागू किया जा रहा है, जिससे टोल भुगतान का तरीका और भी ज्यादा सुखद और आसान हो जाएगा। इस बदलाव से टोल का भुगतान बिना किसी परेशानी के सीधे आपके बैंक खाते से कट जाएगा, और आपको टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
नए सिस्टम का तरीका Toll Rules
सरकार की योजना के अनुसार, सैटेलाइट टोल सिस्टम से टोल टैक्स का भुगतान सैटेलाइट ट्रैकिंग द्वारा किया जाएगा। इससे वाहनों को टोल प्लाजा पर रुकने की कोई आवश्यकता नहीं होगी। जैसा कि सैटेलाइट बेस्ड टोल सिस्टम में प्रत्येक वाहन को एक ऑन-बोर्ड यूनिट (OBU) की आवश्यकता होगी, जो वाहन के साथ लगेगा। इस OBU डिवाइस को सैटेलाइट से लिंक किया जाएगा, जिससे टोल की राशि वाहन के वॉलेट से अपने आप कट जाएगी। यह सिस्टम खासतौर पर उन वाहनों के लिए अनिवार्य किया जाएगा, जो खतरनाक रसायन ले जाते हैं।
कहां हो रही है टेस्टिंग? Toll Rules
इस नए FASTAG सिस्टम की टेस्टिंग पहले ही दिल्ली और गुरुग्राम में शुरू हो चुकी है, और जल्द ही बेंगलुरु में भी इसकी ट्रायल प्रक्रिया शुरू होने वाली है। केंद्रीय मंत्री ने राज्य सभा में जानकारी दी है कि यह सिस्टम पूरी तरह से भारत में लागू होने के लिए तैयार है।
फास्टैग का भविष्य Toll Rules
सैटेलाइट बेस्ड टोल सिस्टम के आने के बाद यह सवाल उठ रहा है कि FASTAG का क्या होगा? अब तक 8 करोड़ से ज्यादा FASTAG जारी किए जा चुके हैं, और यह अनिवार्य कर दिया गया था। अब, जब सैटेलाइट सिस्टम लागू हो जाएगा, तो यह देखना होगा कि क्या FASTAG जारी रहेगा या इसे पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा।