Track Mitra: रेलवे ने ‘ट्रैक मित्र’ नामक एक नई योजना शुरू की है जिसमें स्थानीय निवासी किसान और चरवाहे शामिल हैं जो रेलवे पटरियों की निगरानी में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के साथ मिलकर काम करेंगे. यह पहल उन्हें संदिग्ध गतिविधियों के प्रति सचेत रखेगी और समय रहते इन्हें रोकने में मदद करेगी.
रेलवे सुरक्षा में भागीदारी
पूर्वोत्तर रेलवे जोन में पहले ही 170 ट्रैक मित्र नियुक्त किए गए हैं. ये ट्रैक मित्र नियमित रूप से रेलवे पटरियों के आसपास की गतिविधियों पर नजर रखेंगे और किसी भी लापरवाही गतिविधि की सूचना तुरंत आरपीएफ को देंगे. इस प्रक्रिया में स्थानीय निवासियों को भी शामिल किया जाता है ताकि वे अपने क्षेत्र में सुरक्षा के प्रति अधिक सजग रहें.
निगरानी और सुरक्षा के उपाय
रेलवे अधिकारियों ने रेल पटरियों पर संयुक्त गश्त की व्यवस्था की है जिसमें आरपीएफ कर्मियों के साथ-साथ इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारी भी शामिल हैं. इससे तोड़फोड़ की कोशिशों पर बड़ा नियंत्रण पाया जा सकेगा और रेलवे की संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित होगी.
सामुदायिक पुलिसिंग के फायदे
रेलवे ने सामुदायिक पुलिसिंग के तहत पटरियों की निगरानी को और भी मजबूत किया है. इस उपाय से गांव के लोग ग्राम प्रधान और छात्र इस निगरानी प्रक्रिया में शामिल हो रहे हैं और अपराधों को रोकने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.