UIDAI Rules 2025: आधार कार्ड भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहचान प्रणाली है. जिसका उपयोग बैंकिंग, सिम कार्ड, राशन, सब्सिडी, टैक्स फाइलिंग और कई अन्य सरकारी योजनाओं में होता है. यही वजह है कि इसमें दी गई जानकारी की सटीकता और सुरक्षा बेहद जरूरी है.
जानबूझकर गलत जानकारी देना है कानूनी अपराध
अगर कोई व्यक्ति अपने आधार कार्ड में नाम, पता, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर या अन्य डिटेल जानबूझकर गलत दर्ज करता है, तो यह UIDAI के तहत एक गंभीर अपराध माना जाएगा. साथ ही अगर कोई किसी और की पहचान या फर्जी दस्तावेजों से आधार बनवाने की कोशिश करता है, तो उसे कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है.
कौन-कौन सी धाराएं लग सकती हैं?
Aadhaar Act 2016 और आईटी एक्ट के तहत आधार से जुड़ी गड़बड़ियों पर सजा का प्रावधान है:
- धारा 38: यदि कोई जानबूझकर किसी और का आधार नंबर या बायोमेट्रिक डेटा इस्तेमाल करता है, तो उस पर ₹10,000 से ₹1,00,000 तक जुर्माना और 3 साल तक की जेल हो सकती है.
- धारा 39: अगर कोई व्यक्ति बिना अनुमति के किसी का आधार डेटा इकट्ठा या साझा करता है, तो उस पर भी 3 साल की जेल और जुर्माना लगाया जा सकता है.
Aadhaar से जुड़ी ये गलतियां करने से बचें
- किसी और व्यक्ति का आधार कार्ड इस्तेमाल न करें.
- आवेदन करते समय गलत या झूठी जानकारी न भरें.
- फर्जी दस्तावेजों के सहारे आधार बनवाने की कोशिश न करें.
- किसी की भी Aadhaar कॉपी डाउनलोड या इस्तेमाल न करें.
- आधार से जुड़ी जानकारी किसी अधिकृत न होने वाले व्यक्ति या वेबसाइट से साझा न करें.
कैसे बचें Aadhaar फ्रॉड से?
- UIDAI की वेबसाइट या mAadhaar ऐप के माध्यम से समय-समय पर अपने Aadhaar की स्थिति जांचते रहें.
- सुनिश्चित करें कि आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक हो. जिससे कोई भी बदलाव तुरंत आपको पता चले.
- किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में UIDAI हेल्पलाइन नंबर 1947 पर कॉल करें या help@uidai.gov.in पर ईमेल करें.
Aadhaar एक पहचान ही नहीं
Aadhaar कार्ड केवल एक पहचान पत्र नहीं, बल्कि एक डिजिटल पहचान है. जिससे आपकी बैंकिंग, स्वास्थ्य, शिक्षा और सरकारी सेवाओं की पहुंच जुड़ी होती है. इसलिए इसमें दी गई जानकारी की सही और सुरक्षित स्थिति बनाए रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है.